इस्लामाबाद, 10 नवंबर (वार्ता) पाकिस्तान में नयी ऊंचाइयों को छूते वायु प्रदूषण के कारण लोगों का जीना दुश्वार रहा है और यहां के पंजाब प्रांत के मुल्तान और लाहौर जैसे शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में 1,900 के पार पहुंच गया है।
पाकिस्तान का मुल्तान शुक्रवार को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया, जहां एक्यूआई 2100 दर्ज किया गया। वायु प्रदूषण से फिलहाल कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और प्रदूषण से निपटने में अधिकारी लाचार हैं। स्थिति से निपटने के उपाय के रूप में अधिकारियों ने पंजाब भर में पार्क, संग्रहालय और विद्यालयों को 17 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है।
पीएम 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) प्रदूषक पहले 382.2 दर्ज किए गए थे, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वार्षिक वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश मूल्य से 76.4 गुना अधिक है।
हवा में गंभीर विषाक्तता के अलावा पंजाब में धूल की मोटी चादर ने परिवहन को भी प्रभावित किया है, जिससे प्रमुख सड़कें, राजमार्ग, मोटरवे अवरुद्ध हो गए हैं और ट्रेन के शेड्यूल को रोकना पड़ा है। लाहौर में धुंध और खराब दृश्यता के कारण व्यापक रूप से सड़कें बंद कर दी हैं, जिससे कई दुर्घटनाएँ हुईं। यहां के जीटी रोड, मुरीद के कलशाह काको के पास कम दृश्यता के कारण एक वैन ट्रक से टकरा गयी, जिससे नौ से अधिक लोग घायल हो गए। इसके अलावा, सिंध और केपीके जैसे अन्य प्रांतों के जिलों में घातक दुर्घटनाएँ हुई हैं, क्योंकि देश में धुंध जारी है। सरकारी अधिकारियों ने मोटरवे नेटवर्क के कुछ हिस्सों को बंद कर दिया है और अधिकारियों ने ड्राइवरों को अनावश्यक यात्रा से बचने की चेतावनी दी है, खासकर अंधेरे के बाद, उन्हें सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे के बीच यात्रा करने का आग्रह किया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, चालकों को फॉग लाइट का उपयोग करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अन्य वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।