क़ुदरत ने पौधों को मौसम के अनुसार बनाया है, इसलिए गर्मियों में उगाए जाने वाले फूल व सब्जिय़ों के पौधे गर्मी की मार झेल जाते हैं और सर्दियों में उगाए जाने वाले पौधे सर्दियों में भी फूल व सब्जिय़ों से आपके बाग़ीचे को भर देते हैं। इसके बावजूद हमें पौधों का ख़्याल रखने की ज़रूरत तो होती ही है। इंसान के खानपान की ही तरह सर्दियों में पौधों के खाद-पानी के तरीक़े में भी थोड़ा-सा बदलाव आ जाता है। हम यही बताने जा रहे हैं।
गार्डनर अनूप सोनी
बगिया की abc
तापमान में गिरावट: ठंड से पौधे ज़्यादा प्रभावित होते हैं, ख़ासकर तब जब तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। इसलिए अगर आपके इलाके में तापमान बहुत ज़्यादा गिर जाता है, तो आपको समय रहते पौधों की ख़ास देखभाल करनी होगी। ठंड की वजह से पत्तियों में फंगस लग सकता है। इस लिए 15 दिन में फंगीसाइड का इस्तेमाल करें स्प्रे के रूप में करें और पौधों में नजर बना कर रखें।
2. ज़्यादा पानी देना: सर्दियों में ज़्यादा पानी देने से जड़ों का सडऩा स्वाभाविक है। इसलिए ज़्यादा पानी देने से बचें। बेहतर होगा कि पहले मिट्टी की जाँच कर लें। अगर मिट्टी सूखी है, तो उसमें पानी ज़रूर डालें। अगर गीली है, तो 2 से 3 दिन बाद फिर से जाँच करें।
3. पानी की कमी: जिस तरह ज़्यादा पानी नुकसानदायक होता है, उसी तरह कम पानी भी पौधों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। जब मौसम शुष्क होता है, तो इसका सीधा असर जड़ों पर पड़ता है। और जब मौसम बदलता है, तो सडऩ को बढ़ावा मिलता है। इससे पौधे जल्दी मर जाते हैं। इससे सर्दियों में मर रहे पौधों को फिर से ठीक करना भी मुश्किल हो जाता है।
4. बहुत ज़्यादा ठंडा पानी: अगर सर्दियों में पौधों को दिया जाने वाला पानी बहुत ज़्यादा ठंडा है, तो इससे जड़ों को नुकसान पहुँच सकता है और पौधे मर सकते हैं। इसलिए पानी हल्का गुनगुना हो तो बेहतर होगा।
5. पानी देने का गलत समय: ज़्यादातर बागवानी प्रेमियों को यह नहीं पता होता कि सर्दियों में पानी देने का सही समय क्या होना चाहिए। जिससे पौधों को ज़्यादा नुकसान पहुंचता है। सही समय की बात करें तो जब मौसम गर्म हो और धूप खिली हो, तो गमलों में गुनगुना पानी देना पौधों के लिए फ़ायदेमंद होता है। सर्दियों में सुबह-सुबह या शाम को पानी देने से बचना चाहिए।
6. मिट्टी की गुणवत्ता: सर्दियों में गमले में पुरानी मिट्टी की जगह नई मिट्टी डालें, गोबर की खाद डालें, मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए रेत या कंकड़ डालें। सर्दियों में गमले में मिट्टी भुरभुरा होने से नमी नियंत्रित रहती है। यह न तो जल्दी सूखती है और न ही ज्यादा गीली रहती है। हवा का संचार भी सुचारू रूप से चलता है।
7. धूप की कमी: सर्दियों में धूप कम समय के लिए निकलती है। जिससे पौधों को मिलने वाली ऊर्जा कम हो सकती है। आमतौर पर सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही धूप रहती है। इसलिए इनडोर प्लांट हो या आउटडोर प्लांट, सभी को धूप में रखें। खासकर आउटडोर प्लांट को दिनभर धूप दें। इससे पौधे ज्यादा स्वस्थ रहते हैं।
8. हवा की गति: सर्दियों में चलने वाली तेज हवा पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए पौधों को छाया में रखें या उनके चारों ओर ग्रीन नेट लगाएं ताकि पौधों को सीधी हवा न लगे।
9. कड़ाके की ठंड: रात में तापमान ज्यादा गिरने से पत्तियों और जड़ों पर उपलब्ध पानी जम सकता है। इससे पौधे मर सकते हैं। इसके लिए रात में पानी देने से बचें और पौधों को खुले आसमान के नीचे न रखें।
10. पोषण की कमी: सर्दियों में भी पौधों को उचित पोषण की आवश्यकता होती है। जिसके लिए पौधों को समय पर पोषण प्रदान किया जाना चाहिए।
11. अधिक खाद: सर्दियों में खाद डालना उचित है, लेकिन बार-बार खाद डालने से पौधों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि नाइट्रोजन की अधिक मात्रा जड़ों को जला सकती है।
12. रासायनिक खाद: सर्दियों में पौधों की वृद्धि कम होती है। इसका कारण यह है कि पौधे सुप्तावस्था में होते हैं। इसलिए रासायनिक खाद के इस्तेमाल से पौधों को नुकसान हो सकता है।
12. छंटाई: सर्दियों में बड़े आकार के पौधों में पोषण की समस्या पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए जड़ों पर पडऩे वाले अतिरिक्त दबाव को कम करने के लिए पौधों को गमले के आकार से ढाई गुना तक ही रखें। अधिक वृद्धि वाले पौधों को काट देना चाहिए।
13. पौधों की प्रजातियाँ: सभी पौधे ठंड के प्रति संवेदनशील नहीं होते, लेकिन उन पौधों की अधिक देखभाल करें जो अधिक संवेदनशील हैं। सर्दियों में उगने, खिलने और फल देने वाले पौधों को सामान्य देखभाल की आवश्यकता होती है।
14. कीट और रोग: सर्दियों में कीट और रोग पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके लिए 1 लीटर पानी में 1 ग्राम हींग और 100 मिली छाछ मिलाकर हर 10 से 15 दिन में सुबह या शाम को स्प्रे करें।
15. पत्तों की सफाई: सर्दियों में पत्तों को साफ रखें। दिन में सामान्य पानी का स्प्रे करें और पत्तों को मुलायम कपड़े से पोंछ लें।
16. गमले के नीचे ट्रे: अगर आप सर्दियों में गमले के नीचे ट्रे रखते हैं तो उसे हटा दें या फिर उस पर कुछ पत्थर रखकर गमले को ट्रे पर रख दें या फिर रोजाना ट्रे खाली करते रहें।