*बड़े बाबा की नगरी का अद्भुत नजारा*
*विद्या गुरु की छवि यही है, अब हमारे गुरु यही है*
हटा/दमोह.सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र,जैन तीर्थ कुंडलपुर की पावन वसुंधरा पर आचार्य पदारोहण अनुष्ठान महोत्सव 16 अप्रैल को आयोजित है.परम पूज्य समाधि सम्राट, युगश्रेष्ठ, संत शिरोमणि आचार्य भगवन छोटे बाबा श्री विद्यासागर जी महाराज के सभी शिष्य पूज्य बड़े बाबा के चरणों में पहुंच रहे हैं . मुनि आर्यिका संघों की कुंडलपुर में निरंतर अगवानी हो रही है. मंगलवार को ज्येष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण मुनि श्री समय सागर जी महाराज का भव्य मंगल प्रवेश बड़े बाबा के दरबार में हुआ. इस अवसर पर निर्यापक मुनि श्री की ऐतिहासिक भव्य अगवानी की गई. इस अवसर पर देशभर से हजारों हजार श्रद्धालु भक्त जुटे. पटेरा नगर से जैसे ही पूज्य मुनि श्री ने संघ सहित मुनि आर्यिकाओं 108 पिच्क्षियों के संघ के साथ कुंडलपुर की ओर विहार किया. पटेरा से लेकर कुंडलपुर तक जन सैलाब पूरे रास्ते में उमड़ता हुआ. मुनि श्री की भव्य अगवानी में पलक पांवडे बिछाए नाचते गाते नारे लगाते हुए चल रहा था,भक्त नारे लगा रहे थे– देखो देखो कौन आया जिन शासन का सिरताज आया. इस दौरान गौशाला, हथकरघा, प्रतिभास्थली, पूर्णायु चिकित्सालय, भाग्योदय, शांति धारा दुग्ध योजना आदि की विशेष झांकियां समाज को आचार्य श्री के द्वारा शुरू किए गए जीव दया के कार्यों के बारे में बताती हुई विभिन्न संदेश दे रही थी. हाथी,घोड़ा, ढोल 50, अखाड़ा 500, ध्वज 1000 तखक्तियां ढाई हजार, लेजिम 100, नृत्य मुड़िया का बैंड, डांडिया नन्हे मंदिर चौधरी मंदिर,छतरी,भजन मंडली सिंघई मंदिर, कलश मंडली जबेरा सिग्रामपुर सागर नाका,पुष्प दृष्टि टंडन बगीचा, ध्वज मंडली बीना वारहा, कांच मंदिर,भाई जी मंदिर, विजयनगर,नेमीनगर, व्यायाम शाला बड़ा मंदिर, शेर नृत्य, बधाई नृत्य, बरेदी नृत्य, पाठशाला,बालिका मंडल मलैया मंदिर,पथरिया, सागर,बीना खुरई, दलदल घोड़ी पार्टी बंड़ा शाहपुर, खिमलासा ,गढ़ाकोटा रहली, जरूरखेड़ा,नरयावली मंडला, शहडोल, विदिशा, पन्ना टीकमगढ़ ,मड़वार दिव्य घोष छतरपुर नगडिया ,शाहगड़, हाट पिपलिया,घोड़ी नेमावर हरदा कटनी सतना रीवा कटंगी गोसलपुर गंजबासौदा मंडी बामोरा पाटन बेगमगंज मैहर भोपाल उज्जैन झांकी शाहपुरा भिटोनी सहजपुर, ललितपुर व्यायाम शाला,महिला पार्टी दिव्या घोष दयोदय,अशोक नगर दिव्या घोष,डमरू पार्टी, छतरी पलंदीमंदिर नसिया जी, अंतर्राष्ट्रीय श्याम बैंड सम्मिलित रहे. इस अवसर पर निर्यापक मुनि श्री वीर सागर जी महाराज ज्येष्ठ आर्यिकारत्न श्री गुरुमति माताजी, आर्यिकारत्न श्री दृणमति माताजी, आर्यिकारत्न श्री गुणमतिमाता, और भी माताजी अगवानी में शामिल थी. जयकुमार जैन जलज ने बताया कि विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बैंड, भारत के प्रसिद्ध 21 दिव्य घोष, 36 रथ, 111 सदस्यों का अखाड़ा, डो्न से सुगंधित जल व पुष्प वर्षा हजारों आचार्य श्री एवं मुनि समय सागर जी की छवियां चित्र, 2000 धर्म ध्वजाएं, 111 विशेष ध्वजाएं, 111 ढोल नगाड़े ,हटा से सर्वोदय बालिका मंडल की लेजम का प्रदर्शन करती बालिकाएं एवं दिव्य घोष, दिव्य घोष मुंगावली, सागर, जबलपुर, बंडा, बीना वारहा, देवरी ,पथरिया ,दमोह हटा, पटेरा सहित सैकड़ो नगरों से सभी प्रदेशों से भक्त श्रद्धालु अगवानी के पलों को खास बनाते जा रहे थे. सैकड़ो बसें ,हजारों चार पहिया वाहन इस अगवानी में हिस्सा लेने पहुंचे हुए थे. मुनि संघ का जगह-जगह रंगोली सजाकर भक्तों द्वारा एवं कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी, कुंडलपुर महोत्सव समिति द्वारा पाद प्रक्षालन किया गया. कुंडलपुर की पावन धरा पर पहुंचते ही कुंडलपुर में पूर्व से विराजमान निर्यापक संघ,मुनि संघो एवं आर्यिका संघो ने निर्यापक मुनि श्री समय सागर जी महाराज की भव्य अगवानी की भव्य मंगल मिलन हुआ.सभी निर्यापक मुनि श्री योग सागर जी, मुनि श्री नियम सागर,मुनि श्री सुधासागर,मुनि श्री समता सागर,मुनि श्री प्रसादसागर जी, मुनि श्री अभयसागर जी, मुनि श्री संभव सागर, मुनि श्री वीरसागर, मुनि श्री प्रमाण सागर, मुनि श्री प्रणम्यसागर जी सहित सभी मुनिराज,आर्यिका माता सहित सभी शिष्यों का भव्य मंगल मिलन का दृश्य अद्वितीय था. बड़ी संख्या में ब्रह्मचारी भैया जी एवं दीदी जी भी अगवानी में सम्मिलित थी.
*कुंडलपुर कमेटी के अध्यक्ष के चौका में निर्यापक श्रमण श्री सुधा सागर महाराज के आहार हुए*
सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर में छोटे बाबा संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के सभी शिष्यों का कुंडलपुर की पावन धरा पर आगमन हो रहा है. कुंडलपुर में आहार चर्या का अनुपम दृश्य उपस्थित हो रहा है.लगभग 250 चौकों में श्रावक पड़गाहन के लिए खड़े होकर पड़गाहन कर रहे हैं, वे भाग्यशाली श्रावक जिनके चौकों में मुनिश्री आर्यिका माताजी के आहार हो जाते हैं बड़े खुश होते हैं और अपने भाग्य को सराहते पुन्यार्जन कर रहे हैं. कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष श्री चंद्रकुमार सराफ के चौका में जगत पूज्य तीर्थोद्धारक निर्यापक श्रमण मुनिपंगव श्री सुधासागर महाराज को नवधा भक्ति पूर्वक पड़गाहन कर आहारचर्या संपन्न हुई. सभी परिवार जनों ने आहार दान का सौभाग्य पाया और अपने पुण्य को सराहा.