विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मनोहारी शास्त्रीय गायन एवं नृत्य से अभीभूत हुए केन्द्रीय मंत्री सिंधया ने कहा कि हमें भरोसा है कि विश्व के बड़े-बड़े संगीतकार व कलाकार इस विश्वविद्यालय से निकलेंगे। उन्होंने कहा हाल ही में यूनेस्को ने भी ग्वालियर को संगीत की नगरी मान लिया है। इसलिए यह तय है कि आने वाले समय में सर्वश्रेष्ठ संगीतज्ञ यहां की मिट्टी से निकलकर विश्व में नाम करेंगे। सिंधिया ने कहा कि यहाँ की प्रतिभा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में उनकी ओर से भी हर संभव प्रयास किए जायेंगे।
सिंधिया ने विश्वविद्यालय प्रबंधन व विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि कि राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के विकास के लिए हर संभव मदद दिलाई जायेगी। उन्होंने विश्वविद्यालय की कुलगुरू श्रीमती स्मिता सहस्त्रबुद्धे से कहा कि वे विश्वविद्यालय की अधोसंरचनागत आवश्यकताओं का एक चार्टर बनाकर हमें उपलब्ध कराएँ। केन्द्र व राज्य सरकार के माध्यम से विश्वविद्यालय की सभी मांगें पूरी कराई जायेंगीं।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश विश्वभर में शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित हुआ है। हमारा देश केवल आर्थिक शक्ति के रूप में ही मजबूत नहीं हुआ है बल्कि कला, नृत्य एवं संगीत के क्षेत्र में भी हम उतने ही मजबूत हुए हैं। इसकी झलक आज राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों में भी साफ नजर आ रही है।