नि:शुल्क 108 जननी एवं एम्बुलेंस वाहनों का मामला, संचालक करा रहा प्रदेश सरकार की किरकिरी
देवसर :जिले के नि:शुल्क 108 वाहन एम्बुलेंस की हालत दिनों-दिन खस्ता होती जा रही है। खस्ताहाल एम्बुलेंस वाहनों के चलते मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज देवसर अंचल के एक महिला मरीज एम्बुलेंस वाहन के लिए 6 घंटे तक इंतजार करती रही।दरअसल देवसर विकास खण्ड के ग्राम चटनिहा निवासी 55 वर्षीय संतोषिया कोल पति दादूलाल कोल के दोनो पैर में अल्सर की तरह घांव के जख्म हैं। जिसके चलते महिला पैदल चलने में असमर्थ है। चटनिहा गांव के भाजपा नेता कौशल पाण्डेय ने बताया कि महिला को जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर के लिए रिफर कर दिया गया है।
जहां आज दिन सोमवार के 11 बजे से नि:शुल्क एम्बुलेंस 108 वाहन उपलब्ध कराने के लिए फोन किया गया । करीब 6 घंटे बाद 4:45 बजे सीधी के बहरी से एम्बुलेंस 108 वाहन आया। तब मरीज ट्रामा सेन्टर बैढ़न के लिए रवाना किया गया। भाजपा नेता ने कहा कि 108 वाहन के संचालक प्रदेश सरकार की किरकिरी करा रहा है। इधर सूत्र बताते हैं कि उक्त वाहनों को इधर-उधर कराने में जिला प्रबंधक की महती भूमि है। एनएचएम से कंपनी को क्षति न पहुंचे इसके लिए तरह-तरह के हत्थकण्डे अपनाए जा रहे हैं। चर्चाओं के मुताबिक एनएचएम के तरफ से निविदा कंपनी को नोटिस का जवाब और जुर्माना न भरना पड़ेे इसके लिए तरह-तरह के तरकीब निकाले जा रहे हैं। फिलहाल उक्त अस्त-व्यस्त सर्विस को लेकर कंपनी घिरती नजर आ रही हैं।
दम तोड़ रही 108 एम्बुलेंस वाहन
जिले में नि:शुल्क 108 एम्बुलेंस एवं जननी वाहन देख-रेख एवं मरम्मत के अभाव में दम तोड़ रही है। जिले में करीब तीन दर्जन उक्त वाहन हैं। लेकिन कंपनी प्रबंधन जय अम्बे इमरजेंसी सेवा पस्त होने लगी है। बताया जा रहा है कि करीब दस वाहन मरम्मत के इंतजार में ऑटोमोबाईल पास के दुकानों में खड़ी है। प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि बगैया जननी सीडी 04 एनटी 2453 पिछले 25 दिनों से, मोरवा बीएलएस सीडी 04 एनडब्ल्यू 1150 , साथ ही सीडी 04 एनव्ही 6652 एएलएफ बैढ़न क्षेत्र के उक्त वाहन को रिपेयर के चलते ममता मोटर्स मोरवा में धूल खा रही हैं। दूसरा एएलएफ सीडी 04 एनडब्ल्यू 5241 एक सप्ताह से टायर के अभाव में, सरई बीएलएस चार दिनों से सरई थाना में मरम्मत के इंतजार में, बीएलएस कोरसर सीडी 04 एनडब्ल्यू 5237 स्टाफ के अभाव में वही बरगवां पीएससी की जननी की हालत भी खस्ता है। वही सीएससी देवसर एम्बुलेंस वाहन सीडी 04 एनएस 2903 दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण खड़ी कर दी गई है। वही देवसर में एक अन्य एम्बुलेंस 108 वाहन नम्बर सीडी 04 एनयू 5274 माड़ा पीएससी माड़ा क्षेत्र में सेवाएं ली जा रही है। जबकि माड़ा क्षेत्र में पहले से ही तीन एम्बुलेंस वाहन संचालित हैं।
एक साल व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त
आलम यह है कि तकरीबन एक साल से जिले में संचालित नि:शुल्क 108 वाहन एवं जननी एक्सप्रेस वाहन अस्त-व्यस्त हैं। अधिकांश वाहन आए दिन जहां खराब स्थिति में खड़े रहते हैं। वही इवेंट मिलने के बावजूद समय पर सेवाएं मरीजों को नही मिल पा रही हैं। इस तरह की शिकायतें पहली बार नही आये दिन मिलती रहती हैं। लेकिन एम्बुलेंस 108 वाहन प्रबंधन के लापरवाही का खामियाजा सिंगरौलीवासियों को भुगतना पड़ रहा है। आरोप यहां तक लग रहा है कि एम्बुलेंस वाहन के पायलटों को ज्यादा से ज्यादा वाहनों को रनिंग कराने के लिए जिला प्रबंधक के द्वारा नसीहत दी जाती है। वही चर्चाएं यहां तक है कि पायलटों पर अन्य तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं। करीब डेढ़ महीने पूर्व इसका जीता-जागता उदाहरण है। गुस्साए पायलटों ने जिला अस्पताल के सामने वाहनों को खड़ा कर दिया था।