विजयदशमी पर्व आज, 930 दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन आज
सिंगरौली :ज्योतिषविद् पं. डॉ. एनपी मिश्र महाप्रबंधक शिवधाम मंदिर बैढ़न के अनुसार दशहरा या विजयादशमी भगवान श्रीराम की लंकापति रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया था। वही कल शनिवार की शाम रामलीला मैदान बैढ़न में 45 फीट का रावण का दहन किया जाएगा। साथ ही थानों में शास्त्रों की पूजा की जाएगी।
शास्त्रों के अनुसार विजयादशमी के दिन ही महिषासुर नामक दानव पर मां दुर्गा ने विजय प्राप्त की थी। दशहरे के दिन शमी या अपराजिता की पूजा भी की जाती है। पूजन के लिए विजय या अपराह्न मुहूर्त सबसे उत्तम माना गया है। दशहरा का पर्व वर्षा ऋतु की समाप्ति और शरद के आरंभ का भी सूचक है। पं. डॉ. एनपी मिश्र ने बताया कि दशहरे के दिन मां दुर्गा की प्रतिमा व कलश विसर्जन के साथ ही रावण पुतला दहन का भी विधान है। दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना अत्यंत शुभ माना गया है। दशहरा के दिन भगवान श्रीराम, मां दुर्गा, भगवान श्रीगणेश व हनुमान जी की पूजा करना शुभ माना गया है। वही धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन भगवान राम ने लंका नरेश रावण का वध किया था। भगवान राम ने हर स्थिति में सच्चाई का रास्ता चुना था। वहीं दूसरी ओर रावण महान ज्ञानी होने के बाद भी बुराईयों से घिरा था।
कड़ी सुरक्षा के बीच आज प्रतिमाओं का होगा विसर्जन
शारदेय नवरात्रि पर्व आज से समाप्त हो गया। जिले भर में करीब 930 से अधिक मॉ दुर्गे की प्रतिमाएं स्थापित हैं। जहा कल दिन शनिवार को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच जलाशयों में विसर्जन किया जाएगा। जानकारी के अनुसार नवरात्रि पर्व पर देवसर क्षेत्र में 80 कोतवाली बैढ़न इलाके में 227, सरई थाना क्षेत्र में 201, चितरंगी क्षेत्र में 78, लंघाडोल क्षेत्र में 42, माड़ा क्षेत्र में 108, गढ़वा थाना क्षेत्र में 180, विंध्यनगर क्षेत्र में 50, नवानगर थाना क्षेत्र में 16, बगरवां थाना क्षेत्र में 78 एवं मोरवा थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव व कस्बों में 50 क ी संख्या में दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित हैं। जहां विधि-विधान पूर्वक कल दिन शनिवार को जलाशयों में विसर्जन किया जाएगा।