० स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है अमानक कोल्ड ड्रिंक, शहर से लेकर गांवों तक फैला शीतलता का कारोबार
नवभारत न्यूज
सीधी 6 अप्रैल। गर्मी की तपिश बढऩे के साथ ही शीतलता की मांग बढ़ चुकी है। राहत पाने के लिए सभी लोग ठंड पेय का उपयोग अवश्य करना चाहते हैं। इसी वजह से जिधर देखो ठंड हो जाने की जैसे होड़ चल रही हो। ऐसे में शायद ही कभी सोचा हो कि जिस ड्रिंक्स या आईसक्रीम से आप कूल होने जा रहे हैं वे किस कदर घातक साबित हो सकते हैं। इसलिए मिलने वाले इस तरह के ठण्डे आइटमों से अभी दूर रहना ही ठीक है।
धूप की तपिश के साथ इन दिनों सारे गली.मोहल्लों में दोपहर बाद घंटियां टुनटुनाटी हैं। शहर में ऐसे दर्जनों कुल्फी वाले हैं जो बेहद निम्न स्तर की कुल्फियां बेंच रहे हैं। कुछ यही हाल रंग.बिरंगे पेय पदार्थों को लेकर भी हैं। इससे सबसे ज्यादा नुकसान छोटे बच्चों को हो सकता है जिनकी छुट्टियां चल रही हैं। घंटी के आवाज के साथ बच्चों का झुंड इन कुल्फी हाकरों के पास इकठ्ठा हो जाता है। 5 से 10 रुपये तक मिलने वाली कुल्फियों को चखने साथ पहले स्वाद में ही पता चल जाता है कि ये नकली दूध से बनी है। अजीब सैक्रीन टेस्ट वाली इस प्रकार की कुल्फियां बच्चों की सेहत पर यकीनन बुरा असर डालेगी। हैरत की बात यह है कि खाद्य एवं औषधि विभाग ने अब तक ऐसे कुल्फी विक्रेताओं के प्रति कोई कार्रवाई नहीं की और न कभी निरीक्षण की जरूरत समझी। इस पर सख्त निगरानी होनी चाहिए ताकि बच्चों की सेहत उनके स्वाद पर कहीं भारी न पड़ जाए। गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिए है। लोगों को दोपहर में गर्मी का अहसास होने लगा है। लोगों ने तेज धूप व गर्मी से बचाव के लिए उपाय करना शुरू कर दिए। इलेक्ट्रानिक साधनों का भी सहारा लिया जा रहा है।
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आइस्क्रीम की मांग तेजी से बढ़ी
साइकल पर आइस्क्रीम की पेटी सजा, बस स्टैण्ड, नुक्कड़ो एवं गलियों में कारोबारी इन दिनों बड़ी संख्या में घूम रहे हैं। ठंडई एवं जल जीरा पिलाने का कारोबार भी गर्मी के दिनों में काफी तेजी के साथ बढ़ रहा है। दरअसल ये सारा का सारा ठण्डा बाजार घटिया किस्म के बर्फ से और केमिकल मिश्रित पदार्थों से फलता-फूलता है। अगर छापामार कार्रवाई की जाए तो शहर में ऐसे कई घरों के अंदर घटिया आइस्क्रीम के साथ नकली मैंगो शेक बनाने वाले कई मिनी कारखाने मिल जाएंगे। यह धंधा कई सालों से शहर में जड़ें जमा चुका है। कुछ साल पहले सीधी शहर में नकली कोल्ड ड्रिंक का कारोबार पकड़ में आया था। जिसके चलते कुछ सालों तक नकली कोल्ड ड्रिंक का कारोबार थमा रहा। बाद में प्रशासनिक सुस्ती के चलते गर्मी के सीजन में नकली कोल्ड ड्रिंक का करोड़ों का कारोबार चोरी छिपे फिर चलने लगा।
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