भगवा पार्टी की शिकायत को अगर जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया होता, तो गुजरात पुलिस की जगह मध्यप्रदेश शासन द्वारा कार्यवाही की जाती:- कमलेश द्विवेदी

*भोपाल में 1,814 करोड़ की ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश का मामला*

 

अनूपपुर,नवभारत:- भारतीय गण वर्ता पार्टी (भगवा पार्टी) अनूपपुर के जिला अध्यक्ष कमलेश द्विवेदी ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि भोपाल में 1814 करोड़ की ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दा पास मध्य प्रदेश सरकार की ड्रग्स नीति की पोल खोल कर रख दी है क्योंकि अगर भारतीय गण वार्ता पार्टी के द्वारा भोपाल जिला प्रशासन को पहले ही अगाह किया गया था कि उक्त फैक्ट्री में अवैध गतिविधियां संचालित हो रही है जिस पर अगर कार्रवाई की गई होती तो शायद गुजरात पुलिस को आकर इस फैक्टरी पर कार्रवाई करने की जरूरत नहीं पड़ती और मध्य प्रदेश के कानून व्यवस्था पर एक दाग नहीं लगता ज्ञात हो की गुजरात की पुलिस के द्वारा भोपाल में 1814 करोड़ की ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफास करने से चार दिन पहले ही फैक्ट्री की प्रदूषण और संदिग्ध गतिविधियों को लेकर कार्यवाही के लिए भोपाल जिला कलेक्टर भगवा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार भार्गव ने भोपाल कलेक्टर पत्र लिख कर कार्यवाही की मांग की थी

भोपाल में 1,814 करोड़ रुपये की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स की अवैध फैक्ट्री का खुलासा पूरे देश को हिला देने वाला है। गुजरात एटीएस और दिल्ली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई में बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र स्थित इस फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में ड्रग्स और कच्चा माल जब्त किया गया। जांचकर्ताओं के अनुसार, इस ड्रग्स से 18 लाख से ज्यादा युवाओं को नशे की लत लगाई जा सकती थी।

 

गुजरात एटीएस ने नासिक के सान्याल बाने, भोपाल के अमित चतुर्वेदी और मंदसौर के हरीश आंजना को गिरफ्तार किया है। सान्याल पहले से ही ड्रग्स मामले में सजा काट चुका था और कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आया था। इस फैक्ट्री में इंदौर और उज्जैन से आए कच्चे माल से प्रतिदिन 25-30 किलो ड्रग्स तैयार किया जा रहा था।जांच में यह भी सामने आया कि फैक्ट्री का वेंटिलेशन सिस्टम असामान्य था, जिसने जांच टीम के शक को बढ़ाया। गुजरात एटीएस की टीम ने फैक्ट्री पर एक महीने तक निगरानी रखी, जिसके बाद छापेमारी की गई।

 

इस ऑपरेशन से पहले भगवा पार्टी ने फैक्ट्री के संदिग्ध गतिविधियों और प्रदूषण को लेकर चार दिन पहले ही भोपाल जिला कलेक्टर को पत्र लिखा था। अनूपपुर जिला अध्यक्ष कमलेश द्विवेदी ने बताया कि अगर जिला प्रशासन ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया होता, तो मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा ही इस फैक्ट्री पर कार्रवाई की जा सकती थी। उन्होंने इसे भोपाल प्रशासन की बड़ी चूक बताते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

यह ऑपरेशन भोपाल और पूरे देश में अवैध ड्रग्स के नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्यवाही है, लेकिन इस फैक्ट्री की संदिग्ध गतिविधियों पर समय रहते ध्यान न दिए जाने के कारण प्रशासनिक तंत्र की कार्यक्षमता पर सवाल उठे हैं।

वही भगवा पार्टी के जिला अध्यक्ष कमलेश द्विवेदी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार भार्गव को धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर प्रदेश की सरकार पहले जाग जाती तो मध्य प्रदेश के मुंह में यह कालिख पुतने से बच जाती

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