ग्वालियर के टर्मिनल भवन सहित 9,811 करोड़ रुपए लागत की देश की 14 अन्य हवाईअड्डा परियोजनाओं का होगा लोकार्पण व भूमिपूजन
ग्वालियर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल 10 मार्च को राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाईअड्डा ग्वालियर के नवीन टर्मिनल भवन का वर्चुअल उदघाटन करेंगे। लगभग 498 करोड़ रूपए की लागत से बनकर तैयार हुए ग्वालियर के भव्य टर्मिनल भवन एवं लगभग 9 हजार 811 करोड़ रूपए की लागत की देश की 14 अन्य हवाईअड्डा परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जायेगा। यहाँ ग्वालियर विमानतल पर उदघाटन समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर व प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा शामिल होंगे। एयर टर्मिनल भवन का उदघाटन समारोह प्रात: लगभग 10 बजे शुरू होगा।
साथ ही राज्य सरकार के मंत्रिगण नारायण सिंह कुशवाह, तुलसीराम सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर बतौर विशिष्ट अतिथि इस आयोजन में भाग लेंगे। विधायकगण डॉ. सतीश सिकरवार, मोहन सिंह राठौर, सुरेश राजे व श्री साहब सिंह गुर्जर एवं महापौर डॉ. शोभा सिकरवार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगणों को इस भव्य आयोजन में आमंत्रित किया गया है।
ग्वालियर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव नवनिर्मित जिला न्यायालय परिसर के उदघाटन, एमआईटीएस के प्रशासनिक खंड के लोकार्पण व अन्य कार्यक्रम एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की जयंती के उपलक्ष्य में छत्री परिसर कटोराताल पर आयोजित भजन संध्या में भी शामिल होंगे। ज्ञात हो जिला एवं सत्र न्यायालय भवन का निर्माण 115 करोड़ से अधिक लागत से हुआ है। एमआईटीएस में 16 करोड़ रूपए की लागत से प्रशासनिक खंड के भवन का निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री सिंगल क्लिक के जरिए 30,591 श्रमिकों के खातों में पहुँचायेंगे 678 करोड़ की धनराशि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 मार्च को राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल के नवीन भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल 2.0) योजना के तहत अनुग्रह राशि का वितरण भी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सिंगल क्लिक के जरिए प्रदेश भर के 30 हजार 591 प्रकरणों में 678 करोड़ रूपए की धनराशि सिंगल क्लिक के जरिए हितग्राहियों के खाते में अंतरित करेंगे। साथ ही मंच से प्रतीक स्वरूप हितलाभ वितरित करेंगे और विभिन्न विभागों के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।
विमानन इतिहास में सबसे कम समय में बनकर तैयार हुआ है ग्वालियर का टर्मिनल
देश के नागर विमानन इतिहास में सबसे कम समय में राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाईअड्डा ग्वालियर का नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हुआ है। इसमें ग्वालियर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक वैभव एवं वास्तुकला की झलक दिखाई देती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 498 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से रिकॉर्ड लगभग 16 माह में टर्मिनल भवन का कार्य पूर्ण किया गया है। अत्याधुनिक उड्डयन सेवाओं से सुसज्जित यह टर्मिनल अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। लगभग 20 हजार 230 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित इस टर्मिनल भवन एक साथ 1400 यात्रियों को सुविधायें देने में सक्षम है। इसमें 16 चैकइन काउण्टर्स, 4 लिफ्ट, 4 पैसीजर ब्रिज, 6 एक्सरे मशीन, 3 एस्केलेटर एवं 700 वाहनों की पार्किंग क्षमता विकसित की गई है। हवाईअड्डे पर बुनियादी ढाँचे के निर्माण के अलावा ग्वालियर को अधिक से अधिक शहरों से जोड़ने की क्षमता विकसित की गई है। वर्तमान में ग्वालियर से अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, मुम्बई व अयोध्या के लिये हवाई उड़ानें उपलब्ध हैं।