12 घंटे तक सजायाफ्ता कैदी के गायब होने से अलर्ट
जबलपुर: नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय कारागार में बलात्कार के मामले में सजायाफ्ता बंदी के 12 घंटे तक गायब होने के बाद जेल प्रशासन अब फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। इसके साथ ही जेल में निगरानी व्यस्था भी टाईट कर दी गई। मोस्टवांटेड क्रिमिनल से लेकर शातिर कैदियों के हर मूवमेंट पर पैनी नजर रखी जा रही है। जेल प्रशासन अलर्ट मोड में है यहां तक कुछ कुख्यात कैदियों के खंड और बैरक तक बदल दिए गए हैं।
विदित हो कि दंडित बंदी रमेश पिता दद्दी कोल 32 वर्ष निवासी लालनगर थाना कैमोर जिला कटनी मप्र न्यायालय सत्र न्यायालय कटनी के विशेष प्रकरण दुष्कर्म-पाक्सो एक्ट में आजीवन कारावास की सजा भुगतने के लिए जिला जेल कटनी से केन्द्रीय जेल जबलपुर 22 मार्च 2015 को स्थानांतरण किया गया था। दंडित बंदी रमेश पिता दद्दी कोल पश्चिमी खण्ड के बैरिक नं. 9 में परिरूद्ध था। गुरूवार को जब पश्चिमी खण्ड का सायंकाल का लॉकप बंद करते समय लगभग सायंकाल 7:45 बजे गिनती करने पर पश्चिमी खण्ड के बैरिक क्रमांक 9ए एवं 9 बी सुरक्षा डयूटी पर तैनात सुरेन्द्र तुरकर प्रहरी केन्द्रीय जेल जबलपुर द्वारा बैरिक में बंदियों की गिनती करते समय बंदी रमेश पिता दद्दी कोल बार-बार गिनती करने पर वार्ड में नहीं पाये गया था।
कैदी के भागने से जेल में अलर्ट जारी हुआ था। पश्चिमी खण्ड के समस्त बैरिकों व उसके आस पास आधी रात तक सघन तलाशी कराई गई थी। लेकिन कैदी नहीं मिला था। मामले में सिविल लाईन थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। शुक्रवार को सघन तलाशी के दौरान सुबह लगभग 8 बजे दण्डित बंदी तालाब बगीचा में जेल के अंदर मिला था। मामले में जेल प्रशासन ने ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरी सुरेन्द्र तुरकर, हवलदार विजय गुप्ता को प्रथम दष्टया दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया था। इस मामले के बाद जेल प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत किया जा रहा है। मोस्टवांटेड क्रिमिनल और शातिर कैदियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। जिसको लेकर जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर सहित जेलर मदन कमलेश ने अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं।