भिंड, 23 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के भिंड जिला अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में अस्पताल की चार नर्सों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव कल देर रात जिला अस्पताल पहुंचे। यहां करीब 2 घंटे तक मामले की छानबीन की। इस दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात रहने वाले रात्रिकालीन स्टाफ से बातचीत की। वहीं प्रसूता की केस सेट भी देखी। कलेक्टर रात्रि में सिविल सर्जन ऑफिस पहुंचे यहां बंद कमरे में दो घंटे तक पूरे मामले की छानबीन की गयी। कलेक्टर के लेबर रूम व एनसीयू वार्ड का निरीक्षण किया। इसके साथ बारी-बारी से ड्यूटी पर तैनात रहने वाले स्टाफ को बुलाया और स्टाफ के हर सदस्य से बातचीत की। इसके बाद प्रसूता के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में प्रथम दृष्टया उत्तरदायी नर्सिंग स्टाफ श्वेता, वर्षा, पूनम धुर्वे और सीमा भारद्वाज को निलंबित किया है। वही ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को नोटिस जारी किया है।
इस घटना की हकीकत जानने के लिए भिण्ड कलेक्टर ने सीसीटीवी फुटेजों को भी देखा। इन दोनों घटनाओं में भर्ती होने से लेकर हंगामा होने तक के फुटेज को देखी। साथी पुलिस जवान द्वारा अटेंडर के साथ किए जाने वाला दुर्व्यवहार भी देखा। इस दौरान पूरे मामले की जांच किए जाने और रिपोर्ट तैयार किए जाने की भी बात कही है।
कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने आज यहां बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। फिलहाल अभी चार स्टाफ नर्स को निलंबित किया गया है तथा एक डाॅक्टर को नोटिस दिया गया है। दोषी यदि कोई पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।