उसी दिन से 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। विजय दिवस अवसर पर बागली में प्रहार यज्ञ के साथ-साथ बाल स्वयंसेवक सदस्यों को बौद्धिक और शारीरिक खेल भी खिलाये गए। संघ सदस्यों ने जानकारी दी की प्रति रविवार बागली में लगने वाली तीनों शाखा का एकत्रीकरण होकर सामूहिक बैठक और शाखा लगाई जाएगी आने वाले समय में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बागली से जुड़े सभी छोटे-बड़े गांव में पंचशील सिद्धांत पर स्वयंसेवक संघ के सदस्य काम करेंगे।
Next Post
भारत को फ्लोऑन टालने के लिए 79 रनों की जरूरत
Tue Dec 17 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email ब्रिसबेन 17 दिसंबर (वार्ता) बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को वर्षा बाधित मुकाबले में भारत ने के एल राहुल (84) और रवींद्र जडेजा […]

You May Like
-
11 months ago
लव यू माम डेड..लिखकर फांसी पर झूल गया पुत्र
-
12 months ago
जहां बना ईव्हीएम स्ट्रांग रूम वहां के खेतों में लगी आग