भिंड, 23 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के भिंड के जिला अस्पताल में दो नवजात की मौत का मामला सामने आया है। घटना के बाद परिवारजनों ने हंगामा कर दिया। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ पर डिलेवरी में लापरवाही और पैसे मांगने का आरोप भी लगाए गए। इसके बाद कोतवाली पुलिस बुलाई गई तब मामला शांत हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के मेहगांव के खिरिया तोर की रहने वाली प्रसूता उमा देवी मौर्या आज सुबह प्रसव के लिए भिण्ड अस्पताल में भर्ती हुई। यहां डिलीवरी के दौरान ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ ने उमा देवी की सास राजश्रीदेवी और पति प्रदीप से डिलीवरी के तौर पर 5 हजार रुपए की मांग की। जब ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ को 5 हजार रुपए नहीं मिले तो उन्होंने प्रसूता की डिलीवरी में लापरवाही बरती। इससे नवजात बच्चे की मौत हो गई है। नवजात बच्चे की मौत के बाद परिवार वालों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
एक अन्य समाचार में भिण्ड जिले के ऊमरी की रहने वाली प्रसूता स्वाति रावत प्रसव दर्द के चलते प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई थी। यहां प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया था। बच्चे की धड़कन ठीक ना होने के कारण चिकित्सा स्टाफ ने भिण्ड रेफर किया था। परंतु ऑक्सीजन की एंबुलेंस ना मिलने के कारण यह प्रसूता अपने बच्चे को 2 घंटे देरी से जिला अस्पताल लेकर पहुंची जिसकी आज सुबह मौत हो गई। पीड़ित स्वाति ने भी आरोप लगाया है कि मेरे बच्चे की उचित देखभाल न की जाने के कारण उसकी मौत हुई है।
इस पूरे मामले में भिण्ड जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ मिश्रा ने बताया कि मेहगांव से आने वाली प्रसूता उमा देवी के बच्चे की धड़कन पेट में ही समाप्त हो गई थी। प्रसूता की सुरक्षित डिलीवरी जिला अस्पताल में कराई गई। बच्चे की डिलीवरी से पहले मृत्यु हो गयी थी। इसी बात पर प्रसूता के परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया था इसलिए पुलिस बुलाई गई थी। परिवार के सदस्य इस बात पर अड़े हुए थे कि प्रसूता की छुट्टी की जाए, लेकिन प्रसूता की हालत नाजुक होने के कारण 24 घंटे तक निगरानी में रखा गया है। जब परिवार जनों को समझाइश दी गई तो वह भर्ती रखने के लिए राजी हो गए। इसी तरह का मामला ऊमरी से आया हुआ था वह बच्चा भी मृत अवस्था में जिला अस्पताल में आया था।