- रेलवे ट्रैक पर लगाए 10 डेटोनेटर,.
- धमाकों की आवाज सुनकर ड्राइवर के उड़े होश, हरकत में आई जांच एजेंसियां.
भोपाल, 22 सितंबर. महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश हो रही है। लेकिन इस बीच मध्य प्रदेश में हुआ, उससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि कुछ लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे मन।
मामला बुरहानपुर में कुछ अज्ञात लोगों ने रेलवे ट्रैक के बीच डेटोनेटर लगाकर रेल को उड़ाने की कोशिश की है। यहां से सेना की स्पेशल ट्रेन गुजर रही थी। इस दौरान ड्राइवर ने धमाकों की आवाज सुनते ही इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी। हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ से यह साजिश नाकाम हो गई। लेकिन घटना की जानकारी मिलते ही देश की सर्वोच्च जांच एजेंसियां हरकत में आ गई।
रेलवे ट्रैक पर मिला डेटोनेटर
बताया जा रहा है कि सेंट्रल रेलवे के भुसावल मंडल के अंतर्गत आने वाले सागफाटा रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर रेलवे ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने खंभा नंबर 537/5 और 537/3 के बीच डेटोनेटर लगा दिया। जैसे ही ट्रेन डेटोनेटर से गुजरी, धमाकों की आवाज ने ट्रेन चालक को सचेत कर दिया। इसके बाद उसने ट्रेन सागफाटा से कुछ दूरी पर रोक कर स्टेशन मास्टर को मेमो दिया। लगभग 5 मिनट रुकने के बाद ट्रेन भुसावल की ओर रवाना हो गई। वहां पहुंचकर भी घटना की शिकायत स्टेशन मास्टर को की गई।
आर्मी की स्पेशल ट्रेन हो सकती थी हादसे का शिकार
दरअसल शनिवार को 1:48 बजे जम्मू कश्मीर से कर्नाटक जा रही आर्मी की स्पेशल ट्रेन को सागफाटा रेल्वे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर लगाकर डिरेल करने की कोशिश की गई।
लोको पायलट की शिकायत करने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामला सेना के जवानों से जुड़ा होने की वजह से धमाको की गूंज ने जांच एजेंसियों के कान खड़े कर दिए।
अधिकारियों ने किया मौके का मुआयना
बीते शनिवार दोपहर पुलिस विभाग की स्पेशल शाखा डी एस पी, नेपानगर एस डी ओ पी थाना प्रभारी सहित रेलवे के अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना भी किया। वहीं, देर शाम देश सर्वोच्च जांच एजेंसी NIA, ATS सहित कई खुफिया की एजेंसियों के अधिकारी खंडवा पहुंचे और जांच के दायरे को और बढ़ाया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देर शाम तक कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए लाया गया था।
मामला गंभीर होने के साथ साथ सेना से जुड़े होने के चलते अधिकारियों द्वारा गोपनीयता बरती जा रही है और पूरे मामले में कोई भी अधिकारी जानकारी देन से बचते आ रहे है।