ट्रेनी आर्मी अफसरों को लूटने वाले 2 गिरफ्तार

न्यायालय ने पांच दिन का रिमांड सौंपा

 

अधिकारियों की महिला मित्र बयान देने की स्थिति में नहीं

 

नवभारत न्यूज़

 

इंदौर. बुधवार की रात महू के ट्रेनी आर्मी अधिकारियों को बंधक बनाकर लूटने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों अनिल व पवन को गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें महू न्यायालय में पेश कर पांच दिन का रिमांड लिया है. दोनो ही आरोपियों ने अब तक गैंग रेप के मामले में किसी भी प्रकार का कबूलनामा नहीं किया है. वहीं घायल युवती के ऑफिशियल बयान भी दर्ज नहीं हुए है.

 

 

 

ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने बताया कि ट्रेनी अधिकारियों को लूटने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों ही आरोपी लूट की घटना को तो कबूल कर रहे हैं, मगर उनके अन्य साथियों की जानकारी नहीं दे रहे है. उन्हें गुरुवार को न्यायालय में पेश कर पांच दिनों का रिमांड मांगा है . अभी उनसे पूछताछ की जा रही है. सभी आरोपी मानपुर के आसपास के बताए जा रहे है.

 

मामला आर्मी अधिकारियों से जुड़ा होने के कारण पुलिस भी कुछ भी बताने से बच रही है. वहीं बडग़ोंदा पुलिस का कहना है कि पीड़ित दोनों युवतियां अभी इस हालत में नहीं है कि वह बयान दे सके, इसलिए उनके ऑफिशियल बयान दर्ज नहीं हुए है.

 

 

एक माह पहले ही आरोपी का डोजियर भरवाया था

 

 

दोनों ही आरोपियों पर पहले से कई अपराध दर्ज है. पुलिस ने इनका अपराधिक रिकार्ड देखते हुए कुछ दिन पहले ही इनसे डोजियर भरवाया था. पुलिस ने बताया कि कुछ दिन पहले जो टोलटैक्स पर पथराव हुआ था उसमें भी यही आरोपी थे.

मानपुर के नंद गांव में रहने वाले एक बदमाश के इस घटना में शामिल होने की शंका में10 टीमों ने कई गांवों में सर्चिग की . आरोपी का फोटो थाने के रिकॉर्ड में था. जब सैन्य अधिकारियों को उसका फोटो बताया गया तो उन्होंने उसके इस घटना में शामिल होने की बात कही. देहात एसपी हितिका वासल ने बताया कि दो बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद चार अन्य बदमाशों की खोज के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं, जो कई बिंदुओं पर जांच कर रही हैं. चूंकि घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे आदि नहीं थे, इसलिए पुलिस को मामले में काफी मशक्कत करना पड़ी.

 

 

 

 

महू के चाय सुट्टा बार में सैन्य अफसरों से मिलती थीं युवतियां…

 

कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि दोनों युवतियों द्वारा सेना के अधिकारियों के साथ दोस्ती बढ़ाने के मामले में अलग अलग तथ्य सामने आ रहे है. लगभग दो माह पहले से दोनों युवतियां महू के गर्ल्स स्कूल चौराहे के पास बने चाय सुट्टा बार में चाय पीने रात 10 बजे बाद आती थी. उनके साथ कई अन्य सहेलियां भी आती थी. सभी युवतियों से रोजाना अलग-अलग सैन्य अधिकारी मिलने आते रहते थे. दोनों युवतियां कुछ-कुछ दिन के अंतराल में अलग-अलग सैन्य अधिकारियों के साथ दिखाई देती थी. जांच में पुलिस को यह भी पता चला है कि दोनों युवतियों की दोस्ती सैन्य अधिकारियों के साथ इसी चाय सुट्टा बार से ही हुई थी. जबकि पुलिस को यह भी पता चला है कि दोनों ही युवतियों ने महू के ही विद्यालय से 12वीं उत्तीर्ण की है तथा महू के ही एक कॉलेज में पढ़ाई कर रही है.

 

प्रतिबंधित क्षेत्र

 

पुलिस ने बताया कि जहां वारदात हुई हैं, वह प्रतिबंधित ऐरिया है, सभी आरोपी वहां बैठ कर शराबखोरी कर रहे थे. जैसे ही ट्रेनी अधिकारियों के साथ युवतियां वहां पहुंची तो सभी आरोपी वहां आ धमके. बताया जा रहा है कि सभी आरोपियों की उम्र 21 से 33 वर्ष के बीच हो सकती है. पुलिस को आशंका है कि आरोपियों ने यहां पहले भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया होगा.

 

 

भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनकः राहुल गांधी

 

राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है. भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है – और, महिलाओं के खिलाफ़ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक. अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है. समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें- देश की आधी आबादी की रक्षा की ज़िम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे!

 

महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहींः प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने कहा मध्य प्रदेश में सेना के अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला से गैंगरेप एवं उत्तर प्रदेश में हाईवे पर एक महिला का निर्वस्त्र शव मिलने की घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं. देश में हर दिन 86 महिलाएं बलात्कार और बर्बरता का शिकार हो रही हैं. घर से लेकर बाहर तक, सड़क से लेकर दफ्तर तक, महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. देश की आधी आबादी न सिर्फ असुरक्षित है, बल्कि ऐसी बर्बरताओं की वजह से हर दिन करोड़ों महिलाओं का हौसला टूटता है. महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री जी बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं लेकिन देश भर की महिलाएं अब भी अपनी सुरक्षा के लिए एक गंभीर प्रयास का इंतजार कर रही हैं. यह इंतजार आखिर कब खत्म होगा?

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