स्टूडेंट की आत्महत्या में टीचर व उसकी मां पर प्रकरण

आरोपी किशोरी को बाल सुधार गृह व उसकी मां के जेल भेजा
इंदौर: रेप का केस दर्ज करवाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाने के आरोप में टीचर व उसकी मां पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज कर आरोपी टीचर को बाल सुधारगृह व उसकी मां को जेल भेज दिया.एडीशनल डीसीपी जोन 3 रामस्नेही मिश्रा ने बताया कि बीफार्मा के छात्र गौरव हाड़ा द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में टीचर व उसकी मां के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं 108,35 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया. उनके खिलाफ सभी साक्ष्य प्रस्तुत कर कोर्ट में पेश किया था. चूंकि आरोपी टीचर नाबालिग हैं, इसलिए उसे बालसुधार गृह व आरोपी की मां को जेल भेज दिया गया.

डीसीपी ने नवभारत से बात करते हुए बताया कि आरोपी टीचर व मृतक छात्र दोनों नंदानगर स्थित स्टेट फार्वेट इंग्लिश कोचिंग क्लासेस में एक साथ पढ़ाई करते थे. इसी दौरान उनकी आपस में दोस्ती हो गई थी. दोस्ती आपसी संबंधों में बदल गई. तभी से लड़की व उसके परिजनों द्वारा उस पर दबाव डाला जाता था. जिस पर उसने आत्मघाती कदम उठाते हुए आत्महत्या कर ली थी. जांच भी अभी तक यही तथ्य आए हैं. पुलिस के पास कुछ डीजिटल साक्ष्य भी हैं, जिसके हमने जांच का अंग बनाया हुआ है. वहीं परिजनों के बयान भी हैं. जिससे यह साबित हो रहा हैं कि मृतक पर किसी न किसी तरह का दबाव था. जिसके चलते उसके द्वारा आत्मघाती कदम उठाया गया है. जिसके आधार पर यह कार्यवाई की गई है. आरोपी टीचर मुल रुप से सागर की रहने वाली हैं, वह अपनी मां के साथ यहीं पर रहती है, जबकि उनके पिता उज्जैन में काम करते है.

यह था मामला
मृतक छात्र गौरव के पिता राजू हाड़ा ने अपने बयान में पुलिस को बताया था कि बेटे और टीचर दोनों में दोस्ती थी, मगर पिछले पिछले आठ दस माह से उसे आकांक्षा ने मेरे बेटे को परेशान कर रखा था. वह उसे ब्लैकमेल कर रुपए की डिमंाड कर रही थी. घटना के दिन पहले आकांक्षा उसकी मां को लेकर हमारे घर आई और रुपए मांगे. समझाने पर आकांक्षा भड़क गई और बोली अंकल सुबह महिला थाने आ जाना मैं तुम्हे छोड़ूंगी नहीं. अगले दिन महिला थाने पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर गौरव की टीचर और उसकी मां आरती पहले से ही वहां पर बैठी हुई है. उन्होंने पहले रेप की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाने की धमकी दी. जब मैने उन्हें पैसे लेने की बात कही तो वह समझौता करने को तैयार हो गई. मगर शाम को फिर मां-बेटी हमारे घर आर्ई और गौरव को अनाप-शनाप बोलने लगी. इसके बाद ही गौरव ने आत्महत्या कर ली.

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