रतलाम। मप्र के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने शहर की सीमेंट कांक्रीट सडक़ों की गुणवत्ता को लेकर महापौर को पत्र लिखा है।
कोठरी ने पत्र में लिखा की मेरी दिनचर्या में प्रतिदिन 4 से 5 किमी रतलाम नगर की सडक़ो पैदल घूमता हु पिछले 2 -3 वर्षों में जो भी सीमेंट कांक्रीट सडक़े बनी उस पर पैदल घूमना भी मुश्किल हो रहा है इन सडक़ों पर गड्ढे के साथ सीमेंट उखड़ जाने से अंदर से गिट्टी पत्थर बाहर आ गई जिसके कारण से पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है। महापौर सीमेंट कांक्रीट की सडक़ो का मात्र दो तीन वर्ष में ही ऐसी स्थिती होना मेरे आपके और जनता के लिए बड़ी चिंता का विषय बन रहा है। सीमेंट कांक्रीट सडक़ को अगर ठीक से बनाया जावे तो वह 13-15 साल तक बहुत अच्छी स्थिति में रहती हैं। मेरे निवास पैलेस रोड के बाहर सन 2013 में सीमेंट कांक्रीट की सडक़ बनी वह आज भी अच्छी स्थिति में उसके उपर का प्लास्टर भी नही उखड़ा जिसे भी आपने देखा , सीमेंट कांक्रीट सडक़ की लागत डामर से तीन से चार गुना अधिक होती है। सडक़ का जब भी निर्माण किया जाता है उस समय नगर निगम का कोई भी कर्मचारी निर्माणाधीन सडक़ को देखने नहीं जाता ओर ना ही सडक़ की गुणवता का परीक्षण किया जाता । अधिकारी गण भी अपनी जिमेदारी समझे साथ ही पार्षद ओर जनता भी जागरूकता का परिचय देते हुए सडक़ों की गुणवत्ता पर अपनी पैनी नजर रखे। कोठरी ने महापौर से अनुरोध किया की विगत दो तीन वर्ष में जितनी भी नगर मे सीमेंट कांक्रीट सडक़ ओर गलियां बनी आप स्वयं पैदल घूमकर उनकी स्थिति को देखे। आप जानते हैं कि जनता द्वारा दिए करो से नगर निगम एवं राज्य शासन को जो राशि प्राप्त होती है उससे ही सडक़े बनती है, सडक़े टिकाऊ बने यह आप भी चाहते हैं। मेरा आपसे आग्रह है कि सीमेंट कांक्रीट सडक़े अच्छी गुणवत्ता की बने जिससे आम जनता रतलाम नगर निगम की प्रशंसा करे।