पुणे, (वार्ता) तमिल थलाइवाज ने बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बैडमिंटन हॉल में रविवार को खेले गए प्रो कबड्डी लीग के 11वें सीजन के 127वें मैच में बेंगलुरू बुल्स को 42-32 के अंतर से हरा दिया। दोनों टीमें प्लेआफ की दौड़ में नहीं हैं, यह सम्मान बचाने की जंग थी, जिसमें थलाइवाज ने बाजी मार ली।
थलाइवाज के लिए हिमांशु ने चार अंक की एक रेड के साथ कुल 13 अंक लिए जबकि मोइन शफागी ने 9 अंक जुटाए। डिफेंस मे आमिरहुसैन बस्तामी ने चार अंक के साथ प्रभावित किया। बुल्स के लिए आज सुशील (15) का दिन रहा जबकि डिफेंस में नितिन ने हाई-5 लगाया। बुल्स का डिफेंस बेहतर खेल रहा था। 3 टेकल प्वाइंट्स के दम पर उसने पांच मिनट के खेल में 4-2 की लीड बना ली। थलाइवाज ने हालांकि जल्द ही स्कोर बराबर कर दिया लेकिन सुशील ने सुपर रेड के साथ स्कोर 7-4 कर थलाइवाज के लिए सुपर टैकल आन कर दिया लेकिन थलाइवाज ने शानदार वापसी के जरिए 10 मिनट की समाप्ति तक स्कोर 7-8 कर दिया।
शफागी ने हालांकि ब्रेक के बाद लकी को आउट कर स्कोर बराबर कर दिया। फिर बुल्स के डिफेंस ने शफागी को लपक स्कोर 10-8 किया लेकिन बस्तामी ने डू ओर डाई रेड पर सुशील का शिकार कर फासला फिर 1 का कर दिया। इसके बाद बुल्स फिर से थलाइवाज को सुपर टैकल सिचुएशन में लाए और अजिंक्य को लपक डिफेंस ने स्कोर 12-12 कर दिया। हाफटाइम से ठीक पहले थलाइवाज ने 14-12 की लीड ले ली लेकिन नितिन ने शफागी को आउट कर स्कोर 14-13 कर दिया। हाफटाइम के बाद थलाइवाज ने लीड 2 की कर ली लेकिन परदीप ने मल्टीप्वाइंटर के साथ फिर स्कोर 15-15 कर दिया। इसके बाद थलाइवाज ने लगातार चार अंक लेकर बुल्स के लिए सुपर टैकल आन कर दिया।
शफागी ने डू ओर डाई रेड पर नितिन को आउट किया लेकिन इसी तरह की रेड पर सुशील ने रिवाइवल ले लिया। अगली रेड पर नवीन ने शफागी को सुपर टैकल कर स्कोर 18-20 कर दिया। शफागी की गैरमौजूदगी में हिमांशु ने डू ओर डाई रेड पर अंक लिया। इस बीच रिवाइव होकर आए शफागी ने सुशील को बाहर कर बुल्स को आलआउट की कगार पर ला दिया। ब्रेक के बाद बस्तामी ने अजिंक्य को लपक बुल्स को आलआउट कर 26-20 की लीड ले ली। आलइन के बाद हिमांशु ने चार अंक की सुपर डुपर रेड के साथ एक पल में बुल्स के लिए सुपर टैकल आन कर दिया। अब थलाइवाज 10 अंक से आगे थे। इसके बाद थलाइवाज ने दूसरा आलआउट लेकर 36-23 की बढ़त बना ली।
इसके बाद हालांकि बुल्स सुधरा हुआ खेल दिखाते हुए चार के मुकाबले नौ अंक लेकर थलाइवाज को आलआउट की कगार तक ले आए लेकिन समय की कमी उसकी वापसी पर भारी पड़ी और वे 21वें मैच में 18वीं हार को मजबूर हुए। दूसरी ओर, थलाइवाज ने 21 मैचों में सातवीं जीत दर्ज की लेकिन अंक तालिका में उसे कोई फायदा नहीं हुआ।