नयी दिल्ली, (वार्ता) चिली ने भारतीय आमों और अनार के आयात से जुड़े मुद्दों के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है तथा केले और बासमती चावल के आयात में भी गहरी रुचि दिखायी है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार दोनों देशो के प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को नयी दिल्ली में हुई बैठक में दोनों पक्षों ने कृषि एवं बागवानी क्षेत्र में सयहोग बढ़ाने पर चर्चा की । बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने और चिली के दल का नेतृत्व भारत आए वहां के कृषि मंत्री एस्टेबन वालेंज़ुएला ने किया । उसके साथ एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है।
विज्ञप्ति के अनुसार श्री ठाकुर ने द्विपक्षीय व्यापार की पूरी क्षमता से लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से गुलाब, लहसुन, राजमा और अन्य वस्तुओं जैसे उत्पादों में व्यापार का विस्तार करने के अवसरों की खोज पर जोर दिया। चिली के मंत्री ने मौजूदा सूची में अखरोट, फल और सब्जियों को शामिल करके व्यापार किए जाने वाले कृषि उत्पादों की श्रेणी को व्यापक बनाने में रुचि व्यक्त की।
श्री रामनाथ ठाकुर ने दोनों पक्षों के बीच मौजूदा समझौता ज्ञापन के तहत स्वच्छता और पादप स्वच्छता संबंधी मुद्दों का समाधान करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।बैठक में परस्पर हित और सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें कृषि सहयोग, बागवानी कार्य योजना और फाइटोसैनिटरी प्रमाणपत्रों के ई-प्रमाणन पर समझौता ज्ञापनों का कार्यान्वयन शामिल था।
चर्चा में कृषि के क्षेत्र में चुनौतियों और दोनों देशों के बीच कृषि व्यापार को बढ़ावा देने के अवसरों की खोज,तथा स्वस्थ एवं संतुलित कृषि एवं कृषि व्यापार पद्धतियों के महत्व पर प्रकाश डाला और द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए कृषि साझेदारी को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
बैठक में चिली के राजदूत जुआन अंगुलो, ओडीईपीए के अंतरराष्ट्रीय मामलों के विभाग के प्रमुख गेब्रियल लेसेका और चिली के कृषि मंत्रालय के संचार पेशेवर मार्सेलो अल्वारेज भी शामिल थे। भारत की ओर से इस बैठक में मंत्रालय के संयुक्त सचिव अजीत कुमार साहू, मुक्तानंद अग्रवाल अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।