हिनौती गौधाम में 15 हजार से अधिक गौवंशों को मिलेगा आश्रय: उप मुख्यमंत्री
नवभारत न्यूज
रीवा, 26 अगस्त, राजनिवास सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने प्रस्तावित हिनौती गौधाम वन्य विहार अभ्यारण्य निर्माण की समीक्षा की. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हिनौती गौधाम को आदर्श गौ अभ्यारण्य के रूप में विकसित किया जाएगा. इसमें 15 हजार से अधिक गौवंश को आश्रय मिलेगा. इसका निर्माण कार्य दो चरणों में किया जा रहा है. इसके प्रथम चरण का कार्य तत्काल शुरू कराएं. गौधाम में सडक़ और शेड निर्माण का कार्य तत्काल शुरू करें जिससे कम से कम तीन हजार गौवंश को रखने की व्यवस्था हो सके. इस गौधाम में की कार्य योजना में कौशल प्रशिक्षण, गोबर और धान के पैरे से नवकरणीय ऊर्जा, जल संरक्षण तथा स्वरोजगार के कार्य शामिल हैं. इसमें मंदिर, संत निवास और रेस्टहाउस का भी निर्माण किया जाएगा.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गौधाम वन्य विहार में मनरेगा, सांसद क्षेत्र विकास निधि, विधायक क्षेत्र विकास निधि तथा जिला पंचायत की निधि से स्वीकृत निर्माण कार्य तत्काल शुरू करा दें. यह गौधाम गौवंश के लिए आदर्श वन्य विहार साबित होगा. बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि गौधाम वन्य विहार की प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार कार्य शुरू किए जा रहे हैं. इसमें गोबर गैस संयंत्र के साथ-साथ धान के पैरे से ऊर्जा उत्पादन का संयंत्र लगाया जाएगा. बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने गौधाम के लिए तैयार कार्ययोजना की जानकारी देते हुए बताया कि इसके प्रथम चरण में तीन हजार गायों के लिए शेड बनाए जा रहे हैं. गौशाला के क्षेत्र में स्थित तालाबों को भी संरक्षित किया जाएगा. गौशाला में पशु औषधालय, दूध संग्रहण केद्र, श्रमिकों के आवास, आदि की भी व्यवस्था की जा रही है. बैठक में नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, उप संचालक पशुपालन डॉ राजेश मिश्रा, राजेश पाण्डेय, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.