इंदौर: पलासिया थाना क्षेत्र में रहने वाले एक रिटायर्ट बैंककर्मी की दुकान नगर निगम की रिम्यूवल गैंग ने हटा दी, जिससे आहत होकर 70 वर्षीय बुजुर्ग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज जांच शुरु की.पलासिया थाना क्षेत्र में स्थित एक बिल्डिंग के नीचे दुकान चलाने वाले 70 वर्षीय रिटायर्ड बैंक कर्मी अनिल पिता सुरेन्द्र यादव चंद्रलोक कॉलोनी में रहते हैं. पास ही उनकी दुकान थी, जिसे नगर निगम की गैंग ने हटा दी. इससे विचलित हो कर बुजुर्ग ने अपने घर पहुंच कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि आत्महत्या की सूचना पुलिस को एमवाय से मिलते ही तुरंत एसआई मालवीय को जांच के लिए भेजा था, जहां से उन्होंने सुसाइड नोट जब्त किया है. परिजनों ने बताया कि नगर निगम की कार्रवाई से दुखी होकर उन्होंने आत्महत्या की है. बेटे विक्रम ने बताया कि उनकी दूध पार्लर की दुकान थी. जिसे बिल्डिंग के कुछ लोगों ने हटाने के लिए नगर निगम में शिकायत की थी, पिता ने सुसाइड नोट में गोखले और महाशब्दे परिवार के नाम लिखे हैं. ये लोग सोशल मीडिया पर पिता की दुकान हटाने को लेकर मैसेज चला रहे थे. मामले में पुलिस जांच में जुटी.