नगर निगम वसूलती है सफाई के लिए 4.5 लाख रुपए
सफाई के नाम सब गोलमाल, हर तरफ कचरे के ढेर
इंदौर: भले ही इंदौर शहर सफाई के नाम पर पिछले 7 साल से देश में नंबर वन शहर बना हुआ हो लेकिन चोइथराम मंडी की गंदगी देखी जाए तो वह सबसे स्वच्छ शहर पर कलंक बनी हुई है.चोइथराम मंडी पूरे एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी है. पूरे देश भर से यहां फल, सब्जी, आलू, प्याज, लहसुन कीआवक होती है. इस मान से इस मंडी में कचरा भी निकलता है.
अभी चूंकि बारिश का मौसम है तो सब्जी और अन्य कच्ची वस्तुओं का कचरा बारिश में भीग कर गंदगी को बढ़ा देता है. कृषि उपज मंडी समिति से मंडी से कचरा उठाने के नाम पर इंदौर नगर निगम साढे चार लाख रुपए प्रति माह वसूलता है लेकिन चोइथराम मंडी में जाकर देखा जाए तो हर जगह कचरो के ढेर लगे हुए हैं. बारिश में भी कचरा सड़ांध के साथ बदबू मार रहा है. मंडी में किसान व्यापारियों ने बताया कि मंडी में करीब 8 से 10 सफाई कर्मियों की आवश्यकता है. परंतु वर्तमान में मंडी में तीन सफाई कर्मी ही सफाई करते हैं और एक जेसीबी जो रोड की सफाई करती है जहां हर जगह जेसीबी जा नहीं सकती है ऐसी जगहों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
बीमारी फैलन का अंदेशा
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव, शैलेंद्र पटेल ,चंदन सिंह बड़वाया आदि ने बताया कि चोइथराम मंडी में हजारो लोगों का प्रतिदिन आना जाना रहता है. इस गंदगी से किसानों व्यापारियों और उपभोक्ताओं में बीमारी फैलने का अंदेशा है. मंडी समिति नगर निगम को प्रतिमाह पैसे का भुगतान कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है और नगर निगम मंडी के प्रति लगातार लापरवाह बनी हुई है. पूरे शहर की सफाई की जिम्मेदारी लेने वाली नगर निगम के कर्मचारी मंडी में सफाई को लेकर उदासीन बने हुए हैं.
युद्ध स्तर पर हो सफाई
किसान मोर्चा ने मांग की है कि मंडी में आने वाले किसानों व्यापारियों और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए युद्ध स्तर पर चोइथराम मंडी की सफाई की जाए. मंडी समिति से भी संयुक्त किसान मोर्चा ने आग्रह किया है कि वह नगर निगम से प्रतिदिन मंडी की सफाई कराया जाना निर्धारित करें, अन्यथा मंडी समिति नगर निगम को भुगतान करना बंद करें