आत्म निर्भर बनाने पर की चर्चा
ग्वालियर: नगर निगम द्वारा लाल टिपारा में संचालित की जा रही आदर्श गौशाला में बायो सीएनजी गैस प्लांट बनकर तैयार है। इसके संचालन के लिए टेंडर किए जाने हैं। प्लांट में गैस के साथ जैविक खाद भी तैयार होगी जो गौशाला के आत्म निर्भर बनने में विशेष भूमिका निभाएगी। यह खाद सर्वोत्तम मानी जाती है। इसे खेत में डालने पर उर्पाजन भी अधिक होता और किसी तरह के उर्वरक डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती। प्लांट शुरू होने से पहले इसका निरीक्षण करने के लिए सतत हरित ऊर्जा सलाहकार सुबोध कुमार ग्वालियर पहुंचे। उन्होंने प्लांट को देखा और किस तरह गौशाला को आत्म निर्भर बनाया जाए इस पर चर्चा की।
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला लाल टिपारा में जल्द ही बायो सीएनजी गैस प्लांट का शुभारंभ किया जाएगा। 4 जून के बाद कभी भी तारीख निर्धारित की जा सकती है। प्लांट के संचालन का काम निजी कंपनी को दिया जाना है इसके लिए टेंडर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी की जानी है।दिल्ली से आए सतत हरित ऊर्जा सलाहकार सुबोध कुमार एवं उनके सहयोग दल ने गौशाला एवं प्लांट का निरीक्षण किया।
उन्होंने प्लांट से निकलने वाली जैविक खाद के उपयोग एवं उच्चतम लाभ को लेकर जानकारी दी। यह टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, उसके आधार पर ही आगे कार्य किया जाएगा। टीम के सदस्यों ने बताया कि प्लांट के संचालन में गौशालाओं में खाद प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना और उनका संचालन न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि पर्यावरण और सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इससे गौशालाए स्वावलंबी बन सकती हैं और अपने उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकती हैं।इस अवसर पर गौशाला के प्रबंधक स्वामी ऋ षभदेवानंद महाराज, गौशाला के नोडल अधिकारी पवन सिंघल एवं चंबल एग्रो के सदस्य उपस्थित थे।