जल्द पहचान से स्तन कैंसर का उपचार संभव : डॉ. नीता नायर

 

 

जल्द पहचान से स्तन कैंसर का उपचार संभव : डॉ. नीता नायर

देश में कैंसर रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इसकी पहचान जल्द होने से हम इससे मुक्ति पा सकते हैं। अपोलो अस्पताल, नवी मुंबई की कैंसर सर्जरी की प्रमुख सलाहकार डॉक्टर नीता नायर ने बताया कि स्त्रियों में स्तन कैंसर खतरनाक गति से बढ़ रहा है। इसके लिए बढ़ती उम्र, प्रजनन में देरी, मोटापा, प्रदूषण, आधुनिक जीवन शैली, शराब और अस्वास्थ्यकर चीजों का सेवन आदि कई कारण जिम्मेदार होते हैं। आज भारत में 22 में से एक महिला को अपने जीवन में स्तन कैंसर होने का खतरा बना रहता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इसकी पहचान जल्द होने और उन्नत इलाज का विकल्प मौजूद होने से हम उनके जीवन को बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कंजरवेशन सर्जरी ( बीसीएस ) ऐसा ही एक अच्छा विकल्प है, जिसकी बदौलत महिलाएं कैंसर का प्रभावी उपचार कराने के बाद भी अपने स्तनों को पहले जैसा बनाए रखने में सफल होती हैं।
डॉक्टर नायर ने कहा कि ब्रेस्ट कंजरवेशन सर्जरी को लिंपेक्टमी भी कहा जाता है, जो एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें स्तन से कैंसर ग्रस्त गांठ को ही निकाला जाता है, जबकि शेष स्तन को उसी तरह रहने दिया जाता है।
यह एक अति उन्नत इलाज है, जो प्लास्टिक सर्जरी और कैंसर सर्जरी के सम्मिलित प्रयोग के जरिए किया जाता है। इस तरीके से सर्जरी करने में बड़ी गांठ को निकलने के साथ स्तन को पहले जैसा आकार दिया जाता है, ताकि वे अधिक प्राकृतिक लगें। कुछ मामलों में ब्रेस्ट लिफ्ट या रिडक्शन जैसी प्रक्रियाएं भी की जाती हैं, ताकि सर्जरी के बाद दोनों स्तन समान दिखें। ऑनकोप्लास्टी सर्जरी कैंसर का उपचार होने के बाद भी महिलाओं में आत्मविश्वास जगाने और अपने शरीर के बारे में गौरव महसूस करने में मदद करता है।
उन्होंने कहा कि कई महिलाएं स्तन खोने की कल्पना मात्र से परेशान हो जाती हैं और वे जल्द इलाज कराने से कतराती हैं। लेकिन बीसीएस एक विकल्प देता है, जो न केवल कैंसर का उपचार करता है, बल्कि महिलाओं को अपने शरीर की सुंदरता और छवि बनाए रखने में मदद करता है। बीसीएस से महिलाएं अपने अधिकांश ऊतकों को कायम रख सकती हैं। उनके स्तन प्राकृतिक दिखते हैं, जिनसे उनमें आत्मविश्वास दिखाई देता है और वे अपने रूप को लेकर आश्वस्त दिखती हैं।
यही नहीं, अध्ययनों से पता चलता है कि बीसीएस को जब रेडिएशन के साथ जोड़ा जाता है, तब यह जीवित रहने की वही दर प्रदान करता है, जो पूरा स्तन निकालने पर मिलता है। इसलिए ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों के लिए बीसीएस एक अच्छा विकल्प बनकर उभरा है। कैंसर रोगी बीसीएस तथा अन्य उपलब्ध विकल्पों के लिए अपने चिकित्सक से सलाह ले सकते हैं।
अपोलो अस्पताल, नवी मुंबई में भारत का सबसे सटीक और तेज स्तन कैंसर निदान कार्यक्रम ( एफए एमपी ) उपलब्ध है, जो 24 घंटे के अंदर निदान करता है, जिससे उद्विग्नता कम होती है और समय पर इलाज सुनिश्चित होता है। यह क्लिनिकल जांच या इमेजिंग टेस्ट के दौरान पाई जाने वाली किसी भी बीमारी के मामले में शीघ्र और सटीक निदान करता है। इसके अलावा अपोलो अस्पताल एक वूमेंस कैंसर क्लीनिक चलाता है, जहां सभी विशेषज्ञ महिला प्रैक्टिशनर हैं, जिससे महिला रोगियों के लिए एक अनुकूल वातावरण निर्मित होता है

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