सनातनियों का संगम, भगवमय हो गया राजवाड़ा चौक
नवभारत न्यूज
झाबुआ। सामाजिक महासंघ द्वारा आयोजित हिन्दू सम्मलेन ने इतिहास रच दिया। शहर के ह्रदय स्थल पर सनातनियों का संगम हुआ। इस दौरान समूचा राजवाड़ा चौक भगवामय हो गया। यहां हिन्दू समाज का नेतृत्व करने वाले संतों ने धर्म के साथ समाज की एकता और सामाजिक समरसता सहित अन्य कई सामयिक विषयों पर अपनी बात रखी। हिंदू सम्मेलन के लिए लंबे समय से तैयारी चल रही थी। गुरुवार को ये तैयारियां धरातल पर साकार होती नजर आई। शाम 5 बजे से शहर की चारों दिशाओं से सनातन धर्मावलंबियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया और देखते ही देखते पूरा राजवाड़ा चौक हिन्दू समाज के सदस्यों से भर गया। प्रत्येक सदस्य सिर पर केसरिया पगड़ी या फिर गले में भगवा दुपट्टा डाले पहुंचा। जिससे पूरा राजवाड़ा क्षेत्र भगवा रंग में रंग गया। यहां विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुकुमचंद सांवला, महाकाल भैरव अखाड़ा के महामंडलेश्वर योगी विजेंद्रनाथजी, सिद्धपीठ श्री पिपलखूंटा धाम के पीठाधीश्वर 1008 श्री दयारामदासजी महाराज, श्री श्रृंगेश्वरधाम के पीठाधीश्वर श्रीश्री रामेश्वर गिरीजी महाराज, सेमलिया धाम के कानूजी महाराज, कोकावद धाम के कमल महाराज और श्री काली कल्याणी धाम उदासी आश्रम के पीठाधीश्वर श्री पर्वत मकवाना वक्ता के रूप में मौजूद थे। सभी ने हिंदू समाज की एकता पर जोर दिया। साथ ही गीता, उपनिषद और अन्य धर्म ग्रंथों के माध्यम से धर्म का महत्व प्रतिपादित किया। धर्म सभा से पूर्व आदिवासी भजन मंडली द्वारा पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर सुमधुर भजनो की प्रस्तुति दी।
हजारों लोग पहुंचे लेकिन कोई अव्यवस्था नहीं उपजी
हिंदू सम्मेलन में हजारों लोग जुटे, लेकिन कहीं कोई अव्यवस्था नहीं हुई, राजवाड़ा क्षेत्र में दोपहर बाद से ही वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई थी। भोजन प्रसादी के लिए अलग-अलग 15 काउंटर बनाए गए थे, जहां से सभी ने अन्नकूट प्रसादी ग्रहण की। सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरज राठौर एवं महासचिव उमंग सक्सेना ने बताया आयोजन से सभी जातियां समान हैं, सभी जातियां महान है की कहावत को चरितार्थ किया गया। इस सम्मेलन के जरिए जात-पात, अमीरी-गरीबी, ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाकर एक साथ रहने एवं सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देने का काम किया।
तिलक लगाकर किया स्वागत
सामाजिक महासंघ महिला इकाई की अध्यक्ष शीतल जादौन ने बताया कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हिन्दू समाज के सदस्यों का तिलक और अक्षत लगाकर स्वागत किया गया, इसके लिए बाकायदा एक टीम बनाई गई थी। अतिथियों और संतों का भी कन्या ने तिलक लगाकर स्वागत किया। गुरुवार शाम 6 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। तब तक पूरा राजवाड़ा चौक शहर के साथ ही आसपास के 30 गांवों से आए लोगों से भर चुका था। लोग सभी जाति समान, सभी जाति महान का उद्घोष लगाते हुए पहुंचे। आयोजन में वक्ताओं ने तय समय में अपनी बात कही। कहा सब हिंदू एक हैं। हमें बंटना नहीं है। जातियों में बंटेंगे तो नुकसान हमारा होगा। एक घंटे से अधिक समय तक चले कार्यक्रम के बाद सभी के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। 15 स्टाल लगाकर भंडारा कराया गया। कार्यक्रम के लिए 4 मंच बनाए गए थे।
शहर में यह ऐतिहासिक आयोजन
एक पर वक्ता, एक पर अतिथि, एक पर विशिष्टगण और बुद्धिजीवी थे। एक मंच जनप्रतिनिधियों के लिए था। आयोजित धर्म सभा को विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुकुमचंद सावला, भैरव अखाड़ा महामंडलेश्वर नई दिल्ली के योगी विजेंद्र नाथ सहित कोकावद धाम के कमल महाराज, पीपलखूंटा धाम के पीठाधीश्वर 108 महंत दयारामदास महाराज, श्रृंगेश्वर धाम झकनावदा के पीठाधीश्वर रामेश्वर गिरी, सेमलिया धाम के कानूजी महाराज, श्री काली कल्याण धाम उदासी आश्रम के पीठाधीश्वर पर्वत मकवाना ने संबोधित किया। सामाजिक महासंघ के जिलाध्यक्ष डॉ. नीरज राठौर ने बताया कि शहर में ये ऐतिहासिक आयोजन संपन्न हुआ है।
8 झाबुआ-1 व 2- सनातनियों का संगम, भगवमय हो गया राजवाड़ा चौक