मनमाने बिजली बिल और कार्रवाई के खिलाफ दिखा आक्रोश, एसडीएम के आश्वासन के बाद खुला जाम
सुसनेर,10 अगस्त. नगर में शनिवार को बिजली कंपनी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया. सुसनेर एसडीएम मिलिंद ढोके की समझाइश के बाद चक्काजाम खुला. दरअसल, सुसनेर में मंदिरों और जैन व ब्राम्हण समाज के लोगों को मनमाने बिजली बिल देने, उनके घरों का पंचनामा बनाए जाने के खिलाफ गुस्सा फूटा. बिजली कंपनी के इस रवैये के खिलाफ आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया.
चक्काजाम की जानकारी लगते ही तहसीलदार विजय सेनानी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा और नाराज नगरवासियों को समझाईश दी. नगरवासी बिजली कंपनी के उपयंत्री सतीश जाटव को हटाने की मांग पर अड़े रहे. एसडीएम मिलिंद ढोके ने बिजली बिलों की जांच करने और दोषी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. जांच के दौरान कनिष्ठ यंत्री जाटव का सुसनेर में कार्य नहीं करने के आश्वासन पर धरना प्रदर्शन और चक्काजाम समाप्त हुआ. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान 1 घंटे तक सडक़ के दोनों और वाहनों की कतारें लगी रही.
8 माह से परेशान हो रहे उपभोक्ता…
उपभोक्ताओं ने एसडीएम को बताया की बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव अपने मीटर रीडर के साथ मिलकर षडयंत्र रच रहे हैं. बिजली विभाग के अधिकारी पिछले आठ माह से अधिक समय से गरीब एवं मध्यम वर्ग परिवार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से उनके घरों में पहुंचकर मनमाने तरीके से बिजली का लोड , खपत, लिखकर पंचनामा बना रहे हैं तथा उन्हें हजारों, लाखों रुपए के बिल देकर पुलिस कार्रवाई का डर बता रहे हैं. ऐसे कई उपभोक्ता हैं जिसे बिजली विभाग के अधिकारी लाखों की वसूली कर चुके हैं. विभाग के अधिकारियों की इस कार्यवाही का जो बिजली उपभोक्ता इसका विरोध करता है उनके घरों के बिजली मीटर बदलकर उनसे बड़ी राशि की वसूली की जा रही है. जबकि वे उपभोक्ता जिनके घरों में अभी तक कई महीनों से बिजली कनेक्शन के बाद भी बिजली का मीटर नहीं लगा है उन्हें आंकलित खपत का बिल देकर उनसे लाखों रुपए की वसूली की जा रही है. सुसनेर में ऐसे 3 हजार से अधिक उपभोक्ता है.
नगरवासियों ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
इस संबंध में नगरवासियों ने एसडीएम मिलिंद ढोके को ज्ञापन भी दिया. जिसमें बताया गया की विद्युत वितरण कंपनी के बिजली उपभोक्ताओं से मनमाने तरीके से बिजली बिल देकर लाखो रुपयों की अवैध वसूली के साथ पिछले कई माह से कंपनी के जूनियर इंजीनियर सतीश जाटव हिंदू समाज एवं वर्ग विशेष के लोगों के विरुद्ध द्वेषता पूर्वक बिजली चोरी के झूठे प्रकरण व पंचनामा तैयार कर झूठी कार्रवाई की जा रही है. अब हिंदू समाज की आस्था के मंदिरों में पहुंच यहां बिजली के झूठे प्रकरण बनाए जाकर लाखों के बिल दिए जा रहे हैं. जिससे हिंदू समाज में आक्रोश है. बिजली विभाग के द्वारा गरीब वर्ग के लोगों को शासन की 100 यूनिट पर 100 रुपए की योजना का लाभ न मिले इसके लिए मीटर रिडर के साथ मिलकर स्थानीय अधिकारी मीटर रीडिंग लेने के बाद उसमे अलग से बिजली के यूनिट जोडक़र गरीब वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिलने दे रहे हैं. नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कई उपभोक्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए.
इनका कहना है
बिजली कंपनी के जेई के खिलाफ गलत तरीक से धार्मिक स्थलों व घरों के बिजली के बिल मनमाने तरीके से दिए जाने पर लोगों में आक्रोश था. इसको लेकर अलग से टीम बनाकर जांच करवाई जाएगी. इस अवधि में बिजली कंपनी के जेई सतीश जाटव को अन्यत्र स्थान पर कार्य करने के लिए भेजा जाएगा. जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
– मिलिंद ढोके, एसडीएम सुसनेर