ढाका 10 अगस्त (वार्ता) बंगलादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजिद जॉय ने शनिवार को कहा कि उन्होंने (सुश्री हसीना) देश छोड़ने से पहले आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
सजीब ने यहां अपने बयान में कहा कि सुश्री हसीना को समय नहीं मिला और उन्होंने आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने कहा “ मेरी मां ने एक बयान जारी करने और अपना इस्तीफा सौंपने की योजना बनायी थी , लेकिन फिर प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास की ओर मार्च करना शुरू कर दिया। और समय नहीं था। मेरी मां के पास सामान भी नहीं था। जहां तक संविधान की बात है, तो वह अभी भी बंगलादेश की प्रधानमंत्री हैं।”
उन्होंने कहा कि हालांकि बंगलादेश के राष्ट्रपति ने सैन्य प्रमुखों और विपक्षी नेताओं से परामर्श के बाद संसद को भंग कर दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री के औपचारिक रूप से इस्तीफा दिए बिना कार्यवाहक सरकार के गठन को अदालत में चुनौती दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सुश्री हसीना की अवामी लीग पार्टी अगला चुनाव लड़ेगी, जो तीन महीने के भीतर होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि अवामी लीग सत्ता में आयेगी। अगर नहीं, तो हम विपक्ष में होंगे। कोई भी रास्ता ठीक है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अवामी लीग के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, सजीब ने कहा , “मेरी माँ वैसे भी इस कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त होने वाली थीं। अगर पार्टी चाहती है, तो मैं निश्चित रूप से इस पर विचार करूंगा।” उन्होंने कहा , “ मेरी माँ विद्रोह का नेतृत्व करने वाले छात्रों की मांग के अनुसार घर वापस लौटकर मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हैं। वह गिरफ्तारी के खतरे से पहले कभी नहीं डरी। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। सिर्फ़ इसलिए कि उनकी सरकार में लोगों ने अवैध काम किए, इसका मतलब यह नहीं है कि मेरी मां ने ऐसा करने का आदेश दिया। इसका मतलब यह नहीं है कि मेरी मां इसके लिए ज़िम्मेदार हैं।”
सजीब ने कहा, “सरकार एक बहुत बड़ी मशीनरी है। जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। मेरी मां ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ़ हिंसा करने का आदेश बिल्कुल नहीं दिया। पुलिस हिंसा को रोकने की कोशिश कर रही थी, लेकिन कुछ पुलिस अधिकारियों ने अत्याधिक बल का इस्तेमाल किया। हमने छात्रों पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया था। हमने वह सब कुछ किया जो हम कर सकते थे। राजनीतिक दल कहीं नहीं जा रहे हैं। आप हमें मिटा नहीं सकते। हमारी मदद और हमारे समर्थकों के बिना, आप बंगलादेश में स्थिरता लाने में सक्षम नहीं होंगे।”