भोपाल, 09 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि हर विभाग में स्किल डेवलपमेंट की संभावनाएं तलाशी जायें।
डॉ. मोहन यादव ने संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क भोपाल के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने समय-सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्किल डेवलपमेंट का दायरा बहुत विस्तृत है। हर कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट के कोर्स संचालित किये जाने चाहिए। रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को जोड़ा जाये। विद्वानों का मार्गदर्शन लेकर स्किल डेवलपमेंट के कार्य किये जायें। उन्होंने मंत्रालय में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की समीक्षा कर विभागीय निर्देश दे रहे थे। बैठक में कौशल विकास एवं रोजगार विभाग राज्य मंत्री गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. यादव ने कहा कि कम जमीन से ज्यादा उपज प्राप्त करने का कार्य भी स्किल डेवलपमेंट ही है। आमदनी बढ़ाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। हर विभाग में स्किल डेवलपमेंट का प्लान बने। अपने-अपने क्षेत्र में संभावनाएं तलाशी जायें। पशुधन से दूध-उत्पादन, नस्ल सुधार, दूध से बने उत्पादों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हों। प्रदेश में कुल 956 आईटीआई संचालित हैं। हर विकासखण्ड में आईटीआई संचालित होना चाहिए। कोई भी विकासखण्ड बगैर आईटीआई के न रहे। आईटीआई के विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में रोजगार और प्लेसमेंट हो। हॉर्टीकल्चर से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में जिस तरह के औद्योगिक क्षेत्र हैं, उसके अनुरूप विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाये। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों को टेक्सटाइल उद्योग से जोड़ने के लिए आवश्यक प्रबंध करने को कहा। उच्च शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान दिया जाये। स्किल डेवलपमेंट के प्रमोशन कार्यक्रम हों। टूरिज्म में रोजगार बढ़ाने का कार्य करें।
डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किये जायें। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। उन्होंने ग्लोबल स्किल पार्क की कल्पना को साकार करने के लिए समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
डॉ. यादव ने समीक्षा बैठक में निर्देशित किया कि निजी क्षेत्र और समाज को जोड़कर रोजगार के अवसर बढ़ाये जायें। नए पाठ्यक्रमों में स्किल डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जाये। वन विभाग में जीवों की प्रजातियों के संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाये। किंग कोबरा की प्रजाति को संरक्षित करने का कार्य करें। स्नेक रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षण भी दें। स्किल डेवलपमेंट बोर्ड को रोजगार दिलाने की ट्रेनिंग दी जाएं। बोर्ड की नियमित बैठक आयोजित कराई जाये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में विभिन्न प्रकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार संबंधी जानकारी की बुकलेट्स का विमोचन भी किया।