ढाका, 08 अगस्त (वार्ता) भारतीय उच्चायोग ने बंगलादेश सेना एवं प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय में भारतीय नागरिकों को सीमाओं तक सुरक्षित पहुंचाने की सुविधा प्रदान की है।
सूत्रों के अनुसार मिशन ने परिवहन और आवाजाही के मुद्दों पर सलाह दी है और उड़ानों के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइंस के साथ समन्वय भी किया है। मिशन नियंत्रण कक्ष ने पिछले दो दिनों में 350 से अधिक कॉलों पर कार्रवाई की है।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय मिशन ने विभिन्न परियोजनाओं में लगे कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों को भूमि सीमाओं के पार आवाजाही की सुविधा प्रदान की है। इनमें से कुछ स्थितियाँ जीवन के लिए खतरा थीं। इरकॉन खुलना, एलएंडटी, राइट्स, टाटा प्रोजेक्ट्स, एफ़कॉन्स और ट्रांसरेल सिराजगंज के सदस्यों की भूमि सीमा के माध्यम से सुविधाजनक ढंग से स्वदेश भेजा गया है।
भारतीय मिशन ने परिवहन और आवाजाही के मुद्दों पर सलाह दी है और परियोजनाओं के कर्मियों सहित हवाई अड्डे तक भारतीय नागरिकों की उड़ानों की आवाजाही के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइंस के साथ समन्वय भी किया है। इन लोगों में अशोका बिल्ड कॉन, राइट्स, एफकॉन्स, आईटीडी सीमेंटेशन (सिराजगंज), केईसी, ट्रांसरेल सिराजगंज के कर्मी और विभिन्न भारतीय कंपनियों जैसे सन फार्मा, आईओसीएल, एनटीपीसी आदि के पेशेवर शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार मिशन ने आप्रवासन सहित कांसुलर मामलों की भी सुविधा प्रदान की है। आपातकालीन मामलों में उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए भारतीय नागरिकों को आपातकालीन प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं। मिशन ने यह सुनिश्चित किया है कि एयरलाइंस परिचालन जारी रखें और सेवाएं बंद न करें, जो यह सुनिश्चित करने के लिए एक बड़े समर्थक के रूप में कार्य करता है कि लोग फंसे न रहें।