नवभारत न्यूज
रीवा, 8 अगस्त, रीवा में संचालित सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय विन्ध्यप्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में सबसे प्रथम डेडिकेटेड रेडियल बॉईफरकेशन एंजियोप्लास्टी सफलतापूर्वक करने वाला प्रथम संस्थान बन गया है. विगत दिवस एक बुजुर्ग मरीज सीने में तेज दर्द के लक्षणों के साथ ओपीडी में पहुंचे थें, जहां डॉ. एसके त्रिपाठी द्वारा मरीज को भर्ती कर मरीज की एजियोंग्राफी की गई. एजियोंग्राफी में पाया गया कि दिल की सबसे प्रमुख नस 99 प्रतिशत बंद थी एवं साथ ही एक ब्राांच भी लगभग पूरी तरह बंद थी. ऐसे प्रकरण में सामान्य एजियोप्लास्टी कर पाना जटिल होता है. डॉ. त्रिपाठी ने हांथ की नस से रेडियल बाईफरकेशन एंजियोप्लास्टी की.
अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में संचालित प्राइवेट संस्थानों में यह प्रक्रिया काफी महंगी है तथा सामान्य जन को खर्चा व्यय करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. शासन की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना द्वारा चिकित्सालय में नि:शुल्क तथा सफलतापूर्व आपरेशन संपन्न किया गया एवं मरीज की दिल की नस पूर्ण रूप से सामान्य हो गई और मरीज बायपास सर्जरी से बच गया. इस प्रक्रिया में कैथलैब टेक्नीशियन जय नारायण मिश्र, सत्यम, मनीष, सुधांशु, फैजल, नर्सिंग स्टाफ का महत्वपूर्ण सहयोग रहा.