लापरवाही के चलते गई थी किशोर की जान, प्रकरण दर्ज
जबलपुर: खमरिया थाना अंतर्गत डुमना रोड में मंगलवार सुबह एक तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई थी इस हादसे मेें प्रिंस खत्री 17 वर्ष की मौत हो गई थी। जांच में यह बात सामने आई कि चालक ने मना करने के बावजूद भी लापरवाही पूर्वक कार चलाई। कार को लहराते समय टायर फट गया और कार पेड़ से टकरा गई थी। पुलिस ने चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।पुलिस के मुताबिक कमल खत्री 43 वर्ष निवासी नेपियर टाउन ओमती ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि पांच अगस्त को वह पत्नी मोनिका खत्री एवं बेटा प्रिंस खत्री सभी रात लगभग 9 बजे खाना खाये एवं रात लगभग 11 बजे सो गये थे, दूसरे दिन मंगलवार को सुबह चार बजे प्रिंस अपने दोस्तों के साथ कार क्रमांक एमपी 21 सीए 7733 से गया था।
पूछताछ में यह बात सामने आई 2 कार में होण्डा सिटी कार एमपी 21 सीए 7733 से मयंक रोहरा, प्रवीण सागर, स्पर्श खत्री, आरिफ ओबेराय, वासू खटीक, कृष्णा सिंधवानी, अंशुल जेठवानी जिसको वासू खटीक चला रहा था सभी दोनों गाड़ी से डुमना एयरपोर्ट राउण्ड लगाने सुबह लगभग 4 बजे जा रहे थे, वासु खटीक काफी तेज गति से लहरा कर लापरवाही से कार चला रहा था, सबने मना किया, मान नहीं रहा था, जिसके चलते उनकी कार का टायर फटने से कार जाकर पेड़ से टकरा गयी और एक्सीडेण्ट हो गया था। वासू खटीक, कृष्णा सिंधवानी, अंशुल जेठवानी को होश आ गया, प्रिंस खत्री, तुषार, आरिष ओबेराय बेहोश हो गए थे।
जबलपुर-मार्बल सिटी में नहीं मिला बेड, भर्ती करने से किया मना
प्रिंस खत्री, तुषार, आरिष ओबेराय को उपचार के लिए पहले जबलपुर अस्पताल फिर मार्बल सिटी अस्पताल ले जाया गया जहां बेड न होने से तीनों को लेने से मना कर दिया इसके बाद भंण्डारी अस्पताल में तुषार खत्री को भर्ती कराया गया मार्बल सिटी में आरिष ओबेराय की मां ने भर्ती कराया, लेकिन प्रिंस खत्री को कोई नहीं ले रहा था सभी मेडिकल ले जाने को बोल रहे थे जिसके बाद मेडिकल कॉलेज में प्रिंंस को ले जाया गया जहां चिकित्सक ने परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया। अगर समय पर प्रिंस को उपचार मिल जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी। रिपोर्ट पर आरोपी सुजुकी सियाज कार एमपी 20 सीजी 5713 के चालक के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।