सियासत
अजय चौरड़िया की बगावत के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा के कद्दावर नेता और एक कैबिनेट मंत्री का इंदौर के कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में आने पर जिस तरह से बढ़ चढ़कर के स्वागत किया उस पर नाराजगी व्यक्त की है. सूत्रों का कहना है कि इस आधार पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा को हटाया जा सकता है. इस मामले में कांग्रेस के सूत्र कह रहे हैं कि सुरजीत सिंह चड्ढा पर कार्रवाई इसलिए भी की जा सकती है क्योंकि वो स्वर्गीय महेश जोशी के मित्र उजागर सिंह के पुत्र हैं. अजय चौरड़िया भी स्वर्गीय महेश जोशी के खास रहे हैं. इस मामले में भोपाल में हाल ही में पॉलिटिकल अफेयर की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में कांग्रेस कार्यालय में भाजपा नेता और कैबिनेट मंत्री के स्वागत का मुद्दा भी उठाया गया है. बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर इंदौर शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा पर कार्रवाई हो सकती है. वहीं पार्टी अब आरएसएस की तर्ज पर संगठन मंत्रियों की नियुक्ति करेगी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस की 8 घंटे चली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. इस दौरान यह भी आदेश जारी किया गया है कि पार्टी से गद्दारी करने वालों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा. पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को वापस नहीं लिया जाएगा, चाहे वो बड़ा नेता हो या फिर छोटा नेता. प्रदेश कार्यकारिणी को छोटा रखने का निर्णय भी इस बैठक में लिया गया है. कार्यकारिणी में 60 से 70 नेता ही रहेंगे. वहीं घोटाले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाई गई है. दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासियों के मुद्दे को मजबूती से रखा जाएगा. एमपी कांग्रेस अब आरएसएस की तर्ज पर संगठन मंत्री नियुक्त करेगी. संगठन मंत्री नियुक्त करने से पहले नेताओं की ट्रेनिंग होगी. ट्रेनिंग में पास हुए नेताओं को संगठन मंत्री की जिम्मेदारी दी जाएगी. संगठन मंत्री होटल नहीं बल्कि कार्यकर्ता के घर पर रुकेंगे. खाना भी संगठन मंत्री कांग्रेस कार्यकर्ता के घर में खाएंगे.