माही गांव ग्राम पंचायत का सिराली बीड गांव बागली जनपद का अंतिम गांव है। मही गांव से इसकी दूरी 4 किलोमीटर है । और दूसरा गांव बड़ छापरा हे यह गांव माही गांव से 1 किलोमीटर दूर है। यहां के लोग किराने का सामान सहित गेहूं पिसवा ने भी माही गांव आते हैं। पुल के उस पार रहने वाले 300 से अधिक परिवार जिन में अधिकतर संख्या गरीब आदिवासियों की है। उन सब का संपर्क लंबे समय तक कट जाता है। इसी गांव से 10 से 12 छात्र छात्राएं कक्षा नवी 10वीं 11वीं 12वीं में पढ़ने के लिए पांडू तालाब स्कूलजाते हैं। उनका भी संपर्क कट जाता है।
इस समस्या को देखते हुवे तात्कालिक विधायक चंपालाल देवड़ा ने प्रयास करके इस पुल का निर्माण करवाया था। इस संबंध में कई बार पंचायत द्वारा शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षण कराया गया लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई इस बारिश में यह पुलिया ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है। पुलिया के उसे पर कई खेती हर परिवार रहते हैं जो ट्रैक्टर या अन्य साधन से फसल लाना ले जाना करते हैं ।लेकिन अब उन्हें परेशानी आ रही है। इस संबंध में सरपंच मंगती बाई अलावस्या ने बताया कि वह गरीब और दलित परिवार से आती है इसलिए उनकी सुनवाई बड़े अधिकारी नहीं करते हैं। पूर्व में केलाश जोशी के प्रयासों से यहां पर मही गांव बांध बन गया था ।जिससे क्षेत्र में सिंचाई का रकबा भी बढ़ गया। और परिवारों का आर्थिक जीवन स्तर भी बहुत सुधर गया लेकिन विगत कई वर्षों से पंचायत की अनदेखी की जा रही है।