ग्वालियर : ग्वालियर शहर बदहाल सड़कों पर अब मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने ग्वालियर कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान और निगमायुक्त हर्ष सिंह को नोटिस भेजा है और कहा है कि वे खराब सड़कों की स्थिति की जांच करवाकर तीन सप्ताह में जवाब दें । आयोग ने यह भी लिखा है कि जोखिमपूर्ण रास्तों पर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित उपाय करके इसका प्रतिवेदन प्रस्तुत करें ।
गौरतलब है कि शहर में पूर्व में हुई दो दिन की बारिश में सड़कें गड्ढों में बदल गईं है। पूरा शहर गड्डो में तब्दील नजर आता है । बताया यह गया है कि बरसात शुरू होते ही शहर के दो मिक्सर प्लांट बन्द कर दिये गए । जीरा और डांमर की जगह सिर्फ सफेद गिट्टी और मुरम डाली जा रही है। हर जगह गड्डों में जल भराव हो जाने से मच्छर पनप रहे है जिससे मलेरिया और डेंगू जैसे संक्रामक रोगों ने पैर पसारने शुरू कर दिए है।
इस मामले में निगमायुक्त ने भी माना था कि सड़कें खराब हुई हैं। सड़कों की गुणवत्ता को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके है । तमाम आंदोलन भी हो चुके हैं अब राज्य मानवाधिकार आयोग ने गड्ढे भरी सड़कों को जोखिम भरा माना है। शहर में स्थित गली मोहल्ले और प्रमुख सड़कों में गड्ढों को लेकर विपक्ष भी विरोध प्रदर्शन कर चुका है।