ड्रग के अवैध कारोबार को बनाया आधार
नवभारत न्यूज़
इंदौर। शहर में बीआरटीएस पर चल रहे नाइट कल्चर के निर्णय को आखिर प्रशासन को वापस लेना पड़ा। इसका आधार शहर में ड्रग के बढते कारोबार को बनाया गया है।प्रशासन ने रात से ही तत्काल प्रभाव से इस पर अमल करने के आदेश जारी कर दिए है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर के अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली। इसमें इंदौर में 14 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस पर स्थित सभी रेस्त्रां बार, होटल्स, औद्योगिक , व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के 24 घंटे खुले रखने के लिए नई नीति बनाने निर्देश दिए। साथ ही वर्तमान हालातो को देखते हुए इंदौर में 24 घंटे चालू रहने वाले नाईट कल्चर की बंद कर पुनर्विचार करने को कहा।
करीब डेढ़ साल पहले इंदौर में राजीव गांधी चौराहे से निरंजनपुर चौराहे पर सभी रेस्त्रां बार, होटल्स, औद्योगिक और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे चालू रखने की अनुमति प्रशासन ने दे दी थी। इस दौरान सबसे ज्यादा 24 घंटे रेस्त्रां बार, होटल्स, मॉल के फूड एंड ज्यूस रेस्टोरेंट चालू रहने लगे थे।
इसकी आड़ में शहर के युवाओं में ड्रग्स और नशे का चलन बहुत बढ़ गया था। शहर में ड्रग्स का कारोबार फलफूल रहा था। हिट एंड रन, अवैध शराब और अपराध के साथ महिलाओं और युवा लड़कियों के साथ अभद्रता के केस भी होने लगे थे।
इसी को ध्यान में रख कर वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने नाइट कल्चर पर पुनर्विचार करने का कहा था। कलेक्टर आशीषसिंह ने तुरंत ही बीआरटीएस पर संचालित सभी पब,बार रेस्त्रां, औद्योगिक और सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के 24 घंटे खुले रहने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। अब शहर में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को 24 घंटे चालू रखने की नई नीति बनाई जाएगी।
पुलिस कमिश्नर प्रणाली के साथ इसको लागू किया था
इंदौर में नाइट कल्चर को पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद शुरू किया गया था। 24 घंटे शहर में शराब , ड्रग और नशे के कारोबार खूब फलने फूलने लगे थे। इसका सीधा असर युवाओं पर पढ़ रहा था और आए दिन बीआरटीएस सड़क पर अपराध होने लगे थे। शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक दलों ने नाइट कल्चर पर विरोध दर्ज करवाया था , लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। प्रशासन के लिए सिरदर्द हो चुकी 24 घंटे नाइट लाइफ आख़िर बंद करना पड़ी।
आठ दिन पहले बार रेस्त्रां में शराब बिक्री पर रोक
कलेक्टर ने आठ दिन पहले ही रात में 12 से सुबह 4 बजे के बीच शराब बिक्री पर रोक लगाई थी। उसमें भी निर्देश दिए थे कि सभी रेस्त्रां बार, होटल्स,मॉल में सीसीटीवी कैमरा लगाकर रोज आबकारी विभाग मॉनिटरिंग करें। अभी सीसीटीवी लगाने का काम उक्त प्रतिष्ठानों का पूरा भी नहीं हुआ और रात की दुकानदारी पर पूर्णतः रोक लग गई।