- करेंगे अब कांग्रेस के दिग्गज
- हार से मिले सबक के बाद अब बनाई 07 समितियां
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 8 जुलाई. लगातार करारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज अब संगठन को मजबूत करेंगे. बीते दिवस के दो दिनी मंथन के बाद अब पार्टी के संगठित करने की जिम्मेदारी दिग्गज नेताओं को दी गई है. इसमें दिग्विजय सिंह, विवेक तनखा, मीनाक्षी नटराजन, अशोक सिंह, अरूण यादव, अजय सिंह जैसे बड़े नेता शामिल है. बताया जाता है कि अब 2029 के चुनाव के पहले ये दिग्गज कांग्रेस पार्टी के ऊंचा मुकाम पर ले जाने के लिए प्रयास करेंगे.
हार के कारणों के मंथन के बाद कांग्रेस ने सोमवार को पार्टी को मजबूत करने सात समितियां बनाई है, जिसके मुखिया दिग्गज और अनुभवी नेताओं को बनाया है. कांग्रेस को मजबूत करने वाली इन समितियों की निगरानी प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी करेंगे. उल्लेखनीय है कि हार को लेकर दो दिन चले मंथन बैठक में पार्टी को मजबूत करने पर विचार विमर्श मध्यप्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अब अपने संगठनों को फिर से मजबूत करने में जुट गई है. इसके लिए पार्टी ने मेगा प्लान बनाते हुए एक साथ 7 अलग-अलग कमेटी बनाई हैं. इन कमेटियों को अलग-अलग नाम दिए हैं। एमपी कांग्रेस समितियों के माध्यम से चर्चा कर आगे की रणनीति बनाएगी. साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए मेगा प्लान तैयार करेगी.
गोविंद सिंह ने जाहिर की अंदरुनी नाराजगी
मध्य प्रदेश कांग्रेस की 7 समितियों के गठन को लेकर कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने पार्टी द्वारा तैयार की गई समितियों पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. डॉ सिंह ने ग्वालियर में सोमवार को कहा कि मेरी जानकारी में इस तरह की कोई समिति ही नहीं बनी है. केवल सात समूहों को अलग-अलग विषय दिए गए थे, जिनमें सीनियर लीडर जो कांग्रेस पार्टी के थे, किसी में 10 किसी में 15 नेताओं ने मिलकर चर्चा की थी. इसके बाद जो सुझाव देने थे, हमने प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को दे दिए हैं और उसकी चर्चा भी हुई है. हमारी समझ में कोई समिति नहीं है, सिर्फ समूह है. अब उसके हिसाब से जो हमने सुझाव दिए हैं उन सुझाव पर पार्टी निर्णय लेगी. उन्होंने पार्टी के अंदर अनुशासन पर भी सवाल उठाया है. गोविंद ने कहा कि मैंने पार्टी को स्पष्ट कहा है कि वर्षों तक अनुशासनहीनता से जुड़े मामलों में कोई कार्रवाई नहीं होती है. वह तत्काल होनी चाहिए. जो लोग पार्टी छोडक़र जाते हैं उन्हें दोबारा नहीं लिया जाए. प्रजातांत्रिक तरीके से संगठन बनना चाहिए. अब पार्टी इन सभी विषयों पर निर्णय लेगी.
इन दिग्गजों को दी जिम्मेदारी
1. विचारधार और प्रशिक्षण समिति मीनाक्षी नटराजन, पूर्व सांसद
2. विस्तार सहभागिता, समन्वय समिति दिग्विजय सिंह, पूर्व सीएम
3. कार्यक्रम क्रियान्वयन निगरानी समिति विवेक तनखा,राज्यसभा सांसद
4. मोर्चा संगठन मजबूत अरुण यादव, पूर्व पीसीसी चीफ
5. संगठन पारदर्शिता और अनुशासन अजय सिंह,पूर्व नेता प्रतिपक्ष
6. महिला भागीदारी और कोर वोट बैंक उमंग सिंघार, नेता प्रतिपक्ष
7. संसाधन समिति अशोक सिंह, राज्यसभा सांसद
—