सिंगरौली : पुनर्स्थापना मंच के वरिष्ट सदस्यों ने बुधवार को जयंत में टीआईएसएस की टीम से मुलाकात कर अपने 24 सूत्रीय मांगों के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि जब तक एनसीएल प्रबंधन इस पर अपना रूख स्पष्ट नही करता तब तक टीम नापी सर्वे न करें। जिस पर टीआईएएस टीम ने इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों के सामने रखने की बात कही।जानकारी के अनुसार मोरवा में विस्थापन को लेकर नापी एवं सर्वे के लिए कुल 42 लोगों की टीम आई हुई है। जिसमें 4 अधिकारी एवं 38 कर्मचारी शामिल बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि टीआईएसएस की टीम से मुलाकात के दौरान एसपीएम ने टीम के मुखिया और सदस्यों से बातचीत करते हुए अपने 24 सूत्री मांगों को उनके समक्ष रखा।
जिसे उन्होंने बड़ी गंभीरता से लिया और एनसीएल के विरोधा पूर्ण रवैया को समझा। इस दौरान मंच के सभी सदस्यों ने उनसे निवेदन किया कि जब तक एनसीएल उनकी 24 सूत्री मांगों को नहीं मान लेता टैब तक टीम नापी सर्वे करने न आए। एसपीएम के पदाधिकारियों की माने तो चर्चा के दौरान टीआईएसएस के कर्मियों ने उन्हें बताया कि एनसीएल प्रबंधन ने उन्हें इन बातों की जानकारी दिए बिना केवल नापी करने और सभी से नापी से संतुष्ट होने के हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा है। जानकार सूत्रों की माने तो कलेक्ट्रेट से पटवारी समेत अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति नापी के लिए अभी तक नहीं हो सकी है। जिस कारण इस प्रक्रिया में विलंब हो रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि 2 से 3 दिनों के भीतर मुम्बई से आई टीआईएसएस, एनसीएल एवं जिला प्रशासन की संयुक्त टीम भूमि और संपत्ति का भौतिक सर्वेक्षर्ण शुरू करने जा रही है।