नवभारत न्यूज
रीवा, 16 अक्टूबर, मऊगंज जिले में बहुतायत में आदिवासी समाज पुलिस की प्रताडऩा का शिकार रहा है जो कि सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए 14 अक्टूबर सोमवार से अगस्त क्रांति मंच के बैनर तले अनशन पर बैठ गए.
वही 48 घण्टे बाद जागा जिला प्रशासन अनशन स्थल पहुंचा और 15 दिवस के अंदर निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही की बात कही जिसके बाद प्रशासन द्वारा लिखित में दिए गये आश्वस्न पर अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंजबिहारी तिवारी अनशन समाप्त करने पर राजी हुए. बता दें कि आज दोपहर मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और एसपी रसना ठाकुर ने अपने विभागो से जुड़े मांगो की लिखित तौर पत्र सौंपते हुए अगस्त क्रांति मंच की 19 सूत्रीय मांगो को पूर्ण करने का आश्वासन दिया है.जिसमें पुलिस महानिरीक्षक ने शिखाकाण्ड कि जांच रीवा एएसपी विवेक लाल को सौंप दिया है. मऊगंज पुलिस अधीक्षक ने पुलिस से जुड़े मामले में जांच आदेश जारी करते हुए 05 अंधी हत्याओ निष्पक्ष जांच कर खुलासा करने को कहा गया है. तो वही न्यायालय में चल रहे हनुमना कैलाशपुर के सुकवरिया गुप्ता हत्याकांड प्रकरण में तथ्यों के आधार पर पुन: जांच शुरू करने को कहा गया है. 48 घण्टे से चल रहा अनशन को अगस्त क्रांति मंच ने खत्म कर दिया है. साथ ही उन्होंने प्रशासन से 15 की जगह 20 दिवस के भीतर मुद्दा सुलझाने को कहा है. साथ ही मीडिया से चर्चा के दौरन कहा कि यदि उनकी यह मांगें फिर भी पूर्ण नही की गई या प्रशासन द्वारा ठगी की जातीं है तो उनका अनशन पुन: जारी रहेगा. क्योंकि मैं अनशन कारियो को न्याय दिलाने के फैसले पर कायम हूं. इस दौरान अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी, पन्नालाल तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, संजीव पांडे, अजीत उर्मालिया, आशीष शुक्ला, सतीश मिश्रा, रवि लाल रावत, श्रीनिवास केवट, वेंकटेश तिवारी, भूपेंद्र आदिवासी, नरेंद्र मिश्रा, लीलावती आदिवासी, चंद्रकली आदिवासी, पुष्पराज आदिवासी, संध्या आदिवासी, राजाराम कोल आदि मौजूद रहे.