डा0 रवि तिवारी
विंध्य में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद किसी तरह से कांग्रेस खुद को खड़ा करने की कोशिश की थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सदमे से पार्टी उभर नही पा रही है. लोकतंत्र में विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. सत्ता की मनमानी पर विपक्ष ही लगाम लगाता है. स्थानीय ज्वलित मुद्दो को लेकर विपक्ष में बैठी कांग्रेस में सन्नाटा है, जनता और किसान पिस रहे है. हार की समीक्षा न तो पहले हुई थी और न ही अब हुई. मंथन करने के बजाय नेता आपसी गुटबाजी में उलझे हुए है. गर्मी बीत गई और अब आषाढ़ का महीना आ गया है, बिजली, पानी के बाद खाद-बीज के संकट से किसान जूझ रहे है.
ऐसे जनहित मुद्दो को लेकर कांग्रेस स्थानीय स्तर पर संगठित होकर जन आन्दोलन नही खड़ा कर पाई. जनता का विश्वास कांग्रेस खोती जा रही है, वही भाजपा समूचे विंध्य में जीत के बाद उत्साहित है और अब कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं के अभिनंदन की तैयारी कर रही है. रीवा में भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का अभिनंदन करेगे. स्थानीय मुद्दो को लेकर कांग्रेस जनता का विश्वास जीतने के साथ विपक्ष के रूप में खड़ी होकर सत्ता को घेर सकती है पर समूचे विंध्य में नेताओं के बीच ही आपसी खीचतान चल रही है. यही वजह है कि जनता का विश्वास धीरे-धीरे कांग्रेस और नेताओं से उठता जा रहा है. खाद-बीज का संकट है पर कांग्रेस नेता अपने-अपने क्षेत्र में खामोश बैठे है.
विधायक ने रूकवाया आदेश
भाजपा के अंदर आपसी खीचतान चल रही है, यह बात और है कि बाहर हल्ला नही होता. रीवा में विधायको के बीच तनातनी बनी रहती है. अभी हाल ही में एक जिला स्तर के अधिकारी का स्थानान्तरण रीवा के लिये माननीय विधायक ने कराया और जब इसकी जानकारी दूसरे वरिष्ठ विधायक को हुई तो उन्होने बगैर समय गवाए फोन की घंटी भोपाल में बजाने के साथ संबंधित अधिकारी के आदेश को निरस्त करने को कहा. फिर क्या था आनन-फानन आदेश निरस्त कर दिया गया. चर्चा तो यह भी है कि जिस अधिकारी को रीवा लाया जा रहा था वह पूर्व में वरिष्ठ विधायक के फरमान को दरकिनार कर दिया था, जो विधायक जी को नागवारा गुजरा था और वह भी मौके के तलाश में थे. रीवा ही नही बल्कि समूचे विंध्य में भाजपा के अंदर विधायको के बीच आपसी तालमेल नही है. एक दूसरे के मामले में पहले भी दखल देते रहे है.
विधानसभा में गूंजेगा आरईएस का घोटाला
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग सीधी का भ्रष्टाचार आखिरकार विधानसभा की चौखट पर पहुंच ही गया और अब मामला यहां मानसून सत्र के दौरान गूंजेगा. दरअसल पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चुरहट विधायक अजय सिंह द्वारा तारंकित प्रश्न के द्वारा जानकारी मांगी है. विधानसभा क्षेत्र चुरहट में कराये गये कार्यो की जानकारी मांगी गई है. पूर्व में भी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग सीधी द्वारा कराये गये कार्यो की जानकारी विधानसभा के पटल पर पहुंची थी पर लीपापोती के चलते कुछ नही हुआ. अब एक बार फिर से मामला उछला है तो देखना यह है कि सदन में क्या होता है.