मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति से राष्ट्रीय नेतृत्व चिंतित

सियासत

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति से पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व चिंतित है. सूत्रों के अनुसार स्थिति को ठीक करने के लिए पार्टी हाई कमान बड़ा कदम उठा सकता है. कम से कम प्रदेश के जीतू पटवारी विरोधी नेता तो यही दावा कर रहे हैं. जिन नेताओं ने दिल्ली जाकर हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेताओं और राहुल गांधी के निकटतम नेताओं से चर्चा की है उनके अनुसार पार्टी हाई कमान पीसीसी से नाराज है. दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस में चल रहा बिखराव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी नेतृत्व ने भले ही कमल नाथ को हटाकर जीतू पटवारी को प्रदेश की बागडोर दे दी हो, लेकिन उससे पार्टी की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ.

राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस को मिली सफलता के बाद पार्टी उन राज्यों की समीक्षा कर रही है, जहां कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में काफी नुकसान हुआ है. ऐसे राज्यों में मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना शामिल हैं. पार्टी ने इन सभी राज्यों में मिले प्रतिकूल परिणाम की जांच के लिए तीन-तीन वरिष्ठ नेताओं की समिति बनाई है. मध्य प्रदेश के मामले में पार्टी आश्चर्यचकित है कि उसे वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में 1,75,71,582 वोट मिले थे. छह माह बाद हुए लोकसभा चुनाव में उसके वोट 52 लाख घटकर 1,23,08,049 हो गए. प्रतिशत में देखा जाए तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा से मात्र आठ प्रतिशत पीछे थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में यह अंतर बढ़ गया. कांग्रेस की छानबीन समिति प्रदेश में आकर उन सभी मुद्दों की जांच करेगी, जिस कारण से कांग्रेस को पराजय मिली.

पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व में जांच होगी
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली अप्रत्याशित हार के मामले में जांच के लिए कांग्रेस ने पृथ्वीराज चौहान, सप्तगिरी उल्का और जिग्नेष मेवाणी की तीन सदस्यीय समिति बनाई है. यह समिति देखेगी कि प्रदेश में कांग्रेस ने किन मुद्दों आधार पर चुनाव लड़ा और वे मुद्दे प्रभावी रहे या नहीं।पृथ्वीराज चव्हाण समिति 29 और 30 जून को भोपाल आ सकती है. सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश के प्रभारी भंवर जीतेद्र सिंह इन दिनों विदेश में हैं इसलिए चौहान उनकी उपस्थिति में ही आना चाहते हैं. यहां आने के बाद वह प्रत्याशियों और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार व प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से वन टू वन बातचीत करेंगे. माना जा रहा है कि इस समिति की रिपोर्ट पर कांग्रेस हाईकमान कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है.

8 राज्यों में मिली हार के लिए बनाई जांच समिति
कांग्रेस नेतृत्व ने 8 राज्यों में पराजय की जांच के लिए समिति बनाई है. छत्तीसगढ़ में निराशाजनक प्रदर्शन की जांच के लिए वीरप्पा मोईली और हरीश चौधरी को शामिल किया गया है. अजय माकन और तारिक अनवर ओडिशा जाएंगे. दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए पीएल पुनिया व रजनी पाटिल की समिति बनाई गई है. कर्नाटक की जांच समिति में पीजे कूरियन, रकीबुल हुसैन और परगट सिंह को शामिल किया गया है. इनकी रिपोर्ट आने के बाद हाईकमान उस पर विचार करेगा.

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