जबलपुर: नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय कारागार ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरी के साथ अभद्रता करते हुए धमकाने वाले आरोपित तक पुलिस पहुंच गई है। सूत्रों की माने तो जेल प्रशासन द्वारा सूचना मिलते ही सिविल लाइन पुलिस सक्रिय हो गई थी और कार मालिक के संबंध में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। कार मालिक की तलाश में पुलिस पहले माढ़ोताल पहुंची थी जहां पता चला कि उसने कार को काफी समय पहले बरेला निवासी दिनेश को बेच दी थी। जिसके बाद पुलिस बरेला पहुंची और मामलेे की पतासाजी की।
विदित हो कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल के मुख्य द्वार पर देर रात्रि रिजर्व गार्ड प्रभारी के रूप में श्रवण कुमार जायसवाल तैनात था। रात्रि लगभग दो बजे एक सफेद रंग की कार क्रमांक एमपी 20 सीजे 1616 तेज गति से आई थी। कारागार के मुख्य द्वार के सामने आकर रुकी जिसमें सवार चार लोग बाहर निकले। रिजर्व गार्ड प्रभारी से जेलर और प्रहरी अतुल बघेल के बारे में पूछने लगे। जेल प्रहरी को युवक संदिग्ध लगे तो उसने तुरंत ही मैसेज वायरलेस पर चला दिया। जिसके बाद युवक भडक़ गए और जेल प्रहरी के साथ अभद्रता करते हुए धमकाते हुए चले गए।
आरोपियों को पकडऩे नाकेबंदी भी की गई लेकिन बदमाश भागने में सफल हो गए थे। जिसके बाद मामले की सूचना जेल अधीक्षक ने सिविल लाइन पुलिस को दी। सिविल लाइन थाना प्रभारी धीरज राज ने बताया कि कार के संबंध में पतासाजी की गई। कार माढ़ोताल निवासी एक व्यक्ति की निकली जब पुलिस वहां पहुंची और पड़ताल की तो उसने बताया कि कार को उसने बरेला निवासी दिनेश को बेच दी है। जिसके बाद एक टीम बरेला पहुंची जहां जांच की गई। मामले की विस्तृत जांच जारी है। जेल प्रशासन से जुड़े लोगों के बयान होना बाकी है। सीसीटीव्ही फुटेज के जरिए भी आरोपियों की शिनाख्तगी के प्रयास जारी है जिनके पकड़े जाने के बाद ही पूरा मामला साफ हो सकेगा।