योजनाओं के प्रभाव, संगठन की एकजुटता और सधी रणनीति से जीते फग्गन सिंह
धर्मेंद्र पांडेय
मंडला: नवंबर 2023 में अपनी गृह सीट निवास विधानसभा में कांग्रेस के चैनसिंह बरकड़े से बुरी तरह परास्त होने वाले फग्गन सिंह कुलस्ते ने सातवीं बार मंडला लोकसभा का चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने 1.03 लाख से अधिक मतों से न केवल जीत दर्ज की बल्कि भंवर में फंसी अपनी सियासी नैया को डूबने से बचाने में भी सफल रहे।अंतिम गणना में फग्गन सिंह कुलस्ते को 751375 और कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम को 647529 मत मिले।
छह माह पहले मिली थी हार
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले करीब छह माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में फग्गनसिंह कुलस्ते अपने ही गृह निवास के विधानसभा क्षेत्र निवास से हारने के बाद लोकसभा चुनाव में अपने निवास विधान सभा का किला बचाने में कामयाब रहे। दूसरी ऒर चार बार से डिंडोरी से विधानसभा का चुनाव जीत रहे ओमकार मरकाम अपना किला नहीं बचा पाए। वे अपने गृह क्षेत्र डिंडोरी विधानसभा में भी फग्गन सिंह से पिछड़ गए।
मंडला, गोटेगांव ने दिलाई जीत
भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने प्रतिद्धंदी कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार मरकाम को 1 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया है, इसमें मंडला, केवलारी और गोटेगांव विधान सभा के मतदाताओं ने सबसे ज्यादा भाजपा को मतदान किया है। मंडला विस से भाजपा प्रत्याशी को 37457 की लीड मिली है। केवलारी में कुलस्ते को करीब 27100 वोट की बढ़त मिली है। वहीं गोटेगांव में सर्वाधिक 48184 की लीड से जीत हासिल की है।
भाजपा की जीत की वजह
भाजपा की इस जीत का श्रेय मोदी फैक्टर, केन्द्र और राज्य की योजनाओं का प्रभाव, संगठन की एकजुटता और रणनीति बनाकर तैयारी, राम मंदिर निर्माण, प्रत्याशी की जनता के बीच सुलभता से उपस्थिति के कारण इस बार मंडला लोकसभा सीट से फग्गन सिंह कुलस्ते जीत कर सातवीं बार अपनी ताज पोशी कराई ।
इस कारण से हारी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के हारने की वजह रही प्रचार के लिए कम समय और जनता के बीच संपर्क कम होना, संगठन की एकजुटता में कमी, मोदी का प्रभाव जैसी प्रमुख कारण रहे।
30 सालों से बीजेपी का कब्जा
मंडला लोकसभा सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है, पिछले 30 सालों से यह लोकसभा सीट बीजेपी के पास ही है। सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला से अब तक कुल 6 बार सांसद बन चुके हैं।
2019 में महज 6.4 फीसदी वोट से सीट बचा पाए थे कुलस्ते
लोकसभा चुनाव 2019 में महज 6.4 फीसदी से अपनी सांसदी बचाने वाले फग्गन सिंह कुलस्ते एक आदिवासी चेहरा हैं। 2019 में फग्गन सिंह को 7.37 लाख वोट मिले थे, जबकि प्रतिद्वंदी कमल सिंह मरावी को 6.39 लाख वोट मिले थे।