सियासत
कांग्रेस कार्य समिति की दिल्ली में हाल ही में हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को अभय दान मिल गया है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सफाए के बाद भी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि किसी को त्याग पत्र देने की आवश्यकता नहीं है. दरअसल, हार के बाद जीतू पटवारी के नेतृत्व पर आरोप लग रहे थे. इसके बाद पटवारी ने राहुल गांधी से बात की थी. उन्होंने यह भी कहा था कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी मेरी है.
माना जा रहा था कि कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में बुरी हार वाले राज्यों को लेकर विशेष बातचीत और कुछ निर्णय हो सकता है, पर ऐसा नहीं हुआ. राहुल गांधी ने यह जरूर कहा है कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी. कहां कमी रह गई उसे दूर किया जाएगा. एक माह के भीतर प्रदेश की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा. साथ ही जो नेता भाजपा व दूसरे दलों में चले गए हैं उन्हें किसी हाल में दोबारा पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा.