भिंड: जिले की फूप थाना पुलिस विवादों में है। एक साधारण से एक्सीडेंट के मामले में गिरफ्तार आरोपीगणों ने पुलिस पर हवालात में मारपीट के आरोप लगाए। इसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों के मेडिकल पैनल बोर्ड से जांच कराए जाने के आदेश दिए थे। मामले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। न्यायालय के आदेशानुसार अबिलंव मेडिकल चैकअप पैनल बोर्ड से होना था।
न्यायालय के आदेश के बाद भी आरोपियों का मेडिकल चैकअप न होने के कारण अब जिला न्यायालय सख्त हो गया है। जिला कोर्ट ने फूप थाना टीआई सतेंद्र राजपूत व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेएस यादव को कारण बताओ नोटिस दिया है। जबाव दो दिनों में देने के आदेश थे, समय सीमा खत्म होने के चलते आज शुक्रवार को जवाब देना होगा।
फूप कस्बे के सैनिक कॉलोनी निवासी विवेक शर्मा सब्जी खरीदने के लिए ठेले पर खड़ा था। उसी समय छोटू जाटव बाइक से आया। उसकी बाइक विवेक से टकरा गई। दोनों गिर पड़े। विवेक और उसके परिजन ने छोटू के साथ मारपीट कर दी। विवाद बढ़ा तो सड़क पर जाम लग गया।सूचना पर सादी वर्दी में पुलिस जवान राहुल राजावत मौके पर पहुंचे। बीच-बचाव के दौरान विवेक वाले पक्ष की राहुल से भी बहस हो गई।
मौके पर मौजूद दीपक परमार ने घटना का वीडियो बनाना चाहा, तो विवेक पक्ष ने उसका मोबाइल भी छीन लिया। पुलिस ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया। क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली। इसके बाद रात को पुलिस, विवेक के घर पहुंची। कई सदस्यों को थाने ले आई। बाद में महिलाओं-बच्चों को छोड़ दिया, लेकिन विवेक शर्मा, प्रमोद शर्मा, अभिषेक शर्मा, दीपक शर्मा और सुरेश शर्मा को रातभर हवालात में रखा गया था।
आरोप यह भी था कि पुलिस ने हवालात में पांचों के साथ जमकर मारपीट की, जिससे प्रमोद और दीपक को गंभीर चोटें आई थीं। अब इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेएस यादव व फूप टीआई को नोटिस 3 दिसंबर को कोर्ट ने थमाए, जिसका जबाव दो दिन यानी आज दोनों अधिकारियों को पेश करना होगा।
