सतना :निजता से लेकर कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों से युक्त स्मार्ट फोन किसी कारणवश यदि गुम अथवा चोरी हो जाए तो संबंधित व्यक्ति के मानसिक संत्रास का अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल होता है. लेकिन वहीं दूसरी ओर यदि किसी का गुमा अथवा चोरी हुआ मोबाइल फोन वापस मिल जाए तो उसके चेहरे पर मुस्कान और संतुष्टि के भाव कैसे होते हैं. यह तब नजर आया जब सतना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने 102 मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को वापस लौटा दिए.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के कान्फें्रस हाल में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, पुलिस अधिकारियों और साइबर सेल की टीम के साथ वे आम-जन भी मौजूद थे जिनके मोबाइल गुम अथवा चोरी हो गए थे. कुल 102 मोबाइल धारकों की पहचान सुनिश्चत करने के बाद एसएसपी और डीएसपी द्वारा उनके मोबाइल वापस लौटा दिए गए.
अपने गुमे अथवा चोरी हुए मोबाइल को वापस पाकर धारकों के चेहरे की मुस्कान खिल गई. मोबाइल वापस पाकर मोबाइल धारकों ने पुलिस अधिकारियों और साइबर सेल की टीम को हृदय से धन्यवाद दिया. मोबाइल धारकों का कहना था कि तो उम्मीद छोड़ चुके थे. लेकिन पुलिस और साइबर सेल ने लगभग अंसभव को संभव कर दिखाया. पिछले 4 महीनों में मोबाइल गुम होने से संबंधित प्राप्त शिकायतों कार्रवाई करने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर सेल को निर्दीेश दिए गए थे. जिसके आधार पर साइबअर सेल ने सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से गुम हुए मोबाइलों को ट्रेस करना शुरु किया. जिसका नतीजा यह हुआ कि कुल 16 लाख 35 हजार रु की कीमत के 102 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को वापस लौटा दिए गए.
25 से अधिक स्थानों पर हुए ट्रेस
साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से ट्रेन करने पर गुमे अथवा चोरी हुए मोबाइल की लोकेशन देश के 10 राज्यों में मिली. जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए सतना, रीवा, पन्ना, मैहर, चित्रकूट, भिण्ड, दतिया, झांसी, ग्वालियर, उज्जैन, अजमेर, कोटा, सोलन, ऊना, नैनीताल, जालंधर, अमृतसर, रांची, गया, दुर्गापुर, जयपुर, इंदौर, भोपाल, लखनऊ, और नागपुर जैसे स्थानों से मोबाइलों को बरामद किया गया. इसी कड़ी में साइबर सेल प्रभारी ने अपील भी की कि मोबाइल गुमने पर सीईआईआर पोर्टंल पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं. सीईआईआर की मदद से मोबाइल को ब्लॉक करने पर कोई उसका गलत उपयोग नहीं कर पाएगा.
