इंदौर: शहर में सड़क हादसों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए 6 नवंबर से शुरू किए गए हेलमेट अनिवार्यता अभियान को तीन सप्ताह पूरे हो चुके हैं. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने बिना हेलमेट घूम रहे दोपहिया चालकों के खिलाफ 20 हजार से ज्यादा चालान काटे, बावजूद इसके शहर में अभी भी बड़ी संख्या में लोग हेलमेट पहनने को तैयार नहीं हैं. पुलिस की सख्ती और जागरूकता अभियान के बीच रोजाना औसतन 950 से अधिक चालान दर्ज हो रहे हैं, लेकिन दोपहिया वाहनों पर केवल करीब 30 प्रतिशत लोग ही सुरक्षा कवच का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं.
अभियान शासन के निर्देश पर इंदौर सहित भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में एक साथ चलाया गया. नियम के अनुसार वाहन चालक के साथ पीछे बैठने वालों को भी हेलमेट अनिवार्य किया गया था, हालांकि इंदौर में पीछे बैठने वालों को फिलहाल राहत दी गई है. 6 से 26 नवंबर के बीच 20,159 हेलमेट चालान बनाए गए, जबकि विभिन्न यातायात उल्लंघनों को जोड़कर 21 दिनों में 25,290 चालान दर्ज हुए. इनसे 94 लाख 75 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया. ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि हेलमेट जागरूकता अभियान का सकारात्मक असर दिख रहा है और कई लोग इसे अब आदत बना रहे हैं. दूसरी ओर हेलमेट न पहनने वालों के बहाने भी खत्म नहीं हो रहे कई इसे असुविधा बताते हैं, कुछ दूरी कम होने का तर्क देते हैं और कुछ मौसम का हवाला देते हैं. पुलिस की सख्ती के बावजूद सड़कों पर स्थिति अभी भी उम्मीद के अनुसार नहीं बदली है.
ई-रिक्शा चालकों पर भी नकेल कसी
हेलमेट अभियान के साथ ही शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई तेज की गई है. रोजाना 50 से ज्यादा चालान बन रहे हैं. गंगवाल और खासकर राजबाड़ा क्षेत्र में नशे में वाहन चलाने और नियम तोडऩे की शिकायतें लगातार हेल्पलाइन पर मिल रही हैं. पिक आवर्स में इनके रूट डायवर्ट किए जा रहे हैं और बहस करने वाले चालकों को सीधे थाने भेजा जा रहा है.
मुफ्त हेलमेट बांटकर बढ़ाई जागरूकता
विभिन्न सामाजिक संगठनों की मदद से ट्रैफिक पुलिस ने कई प्रमुख चौराहों पलासिया, रेडिसन, विजयनगर और व्हाइट चर्च पर दस्तावेज पूरे रखने वाले दोपहिया चालकों को मुफ्त हेलमेट भी उपलब्ध कराए। पुलिस का मानना है कि इससे लोगों में नियम पालन को लेकर सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है. डीसीपी पश्चिम संतोष कुमार कौल का कहना है कि अभियान आगे भी जारी रहेगा और अब हेलमेट के साथ नंबर प्लेट, बीमा, फिटनेस और ओवरस्पीड जैसी अन्य अनियमितताओं पर भी कार्रवाई को और सख्त किया जाएगा.
