इंदौर: तीन दिन पहले दवा बाजार क्षेत्र में बेसुध अवस्था में मिले नगर निगम के कर्मचारी की गुरुवार देर रात अस्पताल में मौत हो गई. परिजन सूचना न मिलने पर सवाल उठा रहे हैं. मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.दवा बाजार इलाके में घायल अवस्था में मिले नगर निगम के स्थायी कर्मचारी 65 वर्षीय राजेंद्र गौसर की गुरुवार रात एमवाय अस्पताल में मौत हो गई.
तीन दिन पहले उन्हें गंभीर हालत में वहाँ भर्ती कराया गया था. पुलिस ने मर्ग कायम कर मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी है. राजेंद्र गौसर निवासी शंकरबाग थे और नगर निगम की कचरा गाड़ी पर कार्यरत थे. उनके पुत्र नितिन, जो यूनिवर्सिटी में कर्मचारी हैं, ने बताया कि घटना वाले दिन जब पिता घर नहीं लौटे तो उन्होंने आसपास पूछताछ की, लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली.
पुलिस से पूछने पर भी उस समय कोई सुराग नहीं मिला. कुछ देर बाद उन्हें सूचना मिली कि दवा बाजार में कोई व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा है. मौके पर पहुँचने पर वह उनके पिता ही निकले. उनके सिर पर चोट के निशान थे, जिसके चलते उन्हें तत्काल एमवाय अस्पताल ले जाया. तीन दिन तक चले इलाज के बाद गुरुवार रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि राजेंद्र कैसे घायल हुए क्या यह दुर्घटना का मामला है या किसी अन्य कारण से वे घायल हुए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
