
ग्वालियर। पुरातत्विक धरोहरों एवं संस्कृति के प्रति छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों, शिक्षकों एवं जनसामान्य में जन-जागृति एवं अभिरुचि लाने के उद्देश्य से विश्व धरोहर सप्ताह के तहत पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इस क्रम में गुरुवार को केन्द्रीय संग्रहालय गुजरी महल में छायाचित्र प्रदर्शनी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग 362 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। विश्व धरोहर सप्ताह 19 से 25 नवम्बर तक मनाया जा रहा है।
साथ ही “कांस्य प्रतिमाओं में शैव परम्परा” पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी में देश-विदेश के संग्रहालयों में प्रदर्शित शिव परिवार से संबंधित कांस्य प्रतिमाओं के छायाचित्र प्रदर्शित किए गए हैं। जिनमें नृत्य गणेश 9वीं शती ई., अस्मोलिन संग्रहालय, ऑक्सफोर्ड, नटराज 12वीं शती ई., आइसलैण्ड, शिव-उमा स्कंद 11वीं शती ई. की नौटनसाइमन संग्रहालय अमेरिका, नंदी 16-17वीं शती ई. के थाईलैण्ड, गणेश 12-13वीं शती ई. की राष्ट्रीय संग्रहालय कम्बोडिया, नटराज 12वीं शती ई. की ब्रिटिश संग्रहालय इंग्लैण्ड मुख्य रूप से शामिल हैं। छायाचित्र प्रदर्शनी को दर्शकों के अवलोकन 7 दिवस तक निःशुल्क रखा गया है। चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने आये विद्यार्थियों द्वारा ऐतिहासिक धरोहर विषय पर आधारित ड्रॉयिंग तैयार की गयी। जिसमें सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान पर विभोर श्रीवास्तव, द्वितीय स्थान पर हर्षित सिंह एवं तृतीय स्थान पर रिया शर्मा रही। इसी प्रकार जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान पर सोनाली बाथम, द्वितीय स्थान पर निकिता कपूर एवं तृतीय स्थान पर कृष्णा प्रजापति रहे।
