भोपाल। एम्स भोपाल में बच्चों के सर्वांगीण विकास और मानसिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से ध्यान एवं आत्म-जागरूकता कार्यक्रम वॉक विद ब्रिलियंस का आयोजन किया गया। यह विशेष सत्र एम्स भोपाल के आयुष और शरीर क्रिया विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुआ, जिसमें एम्स के फैकल्टी, स्टाफ और अधिकारियों के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक और सीईओ प्रोफेसर डॉ माधवानंद कर के मार्गदर्शन में किया गया। सत्र के दौरान बच्चों को आत्मविश्वास, भावनात्मक संतुलन और ध्यान क्षमता विकसित करने के लिए सरल ध्यान अभ्यास, कहानी, समूह गतिविधियाँ और आत्म-चिंतन के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। 8 से 16 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों ने पूरे मनोयोग से भाग लिया और अपनी भावनाओं को समझने तथा उन पर नियंत्रण रखने के व्यावहारिक तरीके सीखे। कार्यक्रम का वातावरण सकारात्मक और आत्ममंथन से भरा हुआ रहा। बच्चों को यह बताया गया कि बचपन में दिए गए संस्कार भविष्य के व्यक्तित्व की नींव बनते हैं, इसलिए इस अवस्था में मन और विचारों को सही दिशा देना बेहद आवश्यक है। सत्र में यह भी समझाया गया कि ध्यान और श्वास-प्रश्वास के अभ्यास से मन को शांत किया जा सकता है, जिससे सोचने, निर्णय लेने और व्यवहार में संतुलन आता है।
