खरगोन। जिले में प्रतिबंध के बाद भी परंपरागत खेती के साथ गांजा भी उगाया जा रहा है। कम लागत में अधिक मुनाफे के लालच में लोग इस अवैध खेती में लिप्त होकर कानूनी शिकंजे में फंस रहे है। हेलापड़ाव पुलिस चौकी क्षेत्र में पुलिस ने सुदुर वनांचल के पहाड़ी क्षेत्र में हो रही गांजे की खेती उजागर की है। पुलिस ने दो अलग- अलग प्रकरण दर्ज कर खेतों से 190 गांजे के पौधे उखाड़कर जब्त किए है। इनका वजन 397 किलो होकर 20 लाख रुपए कीमत आंकी गई है।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार ग्राम पलोना के रहने वाले राजु पिता इडा सिसोदिया एवं ग्राम खडक्यानदी के रहने वाले कैलाश पिता गोरेलाल किराडे ने अपने-अपने खेत में मिर्ची एवं तुअर फसल के बीच में अवैध रुप से गांजे के पौधे भी लगाये थे। मुखबिर की सूचना पर योजनाबद्ध तरीके से पुलिस टीम खेतों में पहुंची। यहां घेराबंदी कर दबिश दी गई। दोनों के खेतों में सर्चिंग के दौरान खेत में हरे गांजे के पौधे लगे दिखाई दिये। ग्राम पलोना में राजु पिता इडा के खेत से कुल 70 गांजे के पौधे वजनी लगभग 76.100 किलो ग्राम कीमत लगभग 03 लाख 80 हजार रुपये को जब्त किया। इसी तरह ग्राम खडक्यानदी में कैलाश पिता गोरेलाल किराडे के खेत से कुल 120 गांजे के पौधे वजनी लगभग 321.790 किलो ग्राम कीमत लगभग 16 लाख 08 हजार 905 रुपये के जब्त किए है। मामले में दो प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
